चार दिवसीय नववर्ष महोत्सव का आगाज
Udaipur. अखिल भारतीय नववर्ष समारोह समिति, नगर निगम एवं आलोक संस्थान के तत्वावधान में नववर्ष महोत्सव का आगाज सोमवार शाम दूधतलाई पर हुआ। इस अवसर पर प्रतीकस्वौरूप निर्मित गणगौर नाव एवं विवेकानंद के तैलचित्र का अनावरण हुआ।
निगम की निर्माण समिति के अध्यक्ष मुख्य अतिथि प्रेमसिंह शक्तावत, पूर्व प्रांतपाल निर्मल सिंघवी थे। अध्यक्षता श्यामलाल कुमावत संस्थापक-अध्यक्ष अखिल भारतीय नववर्ष समारोह समिति ने की। विशिष्ट अतिथि भारत विकास परिषद के राम. जी. वार्ष्णेरय, भारत विकास परिषद के डॉ. जयराज आचार्य, रोटरी क्लब के अध्यक्ष सुशील बांठिया, रमेश सोनी, दुर्गेश, उषा कुमावत, आलोक संस्थान के तकनीकी निदेशक निश्चेय कुमावत, आलोक सै. स्कूल पंचवटी की प्राचार्या पुष्पाआ टांक थे। स्वागत उद्बोधन व कार्यक्रम परिचय समिति के राष्ट्रीय सचिव डॉ. प्रदीप कुमावत ने दिया।
गणगौर नाव (मॉडल) का अनावरण: मेवाड़ के पारम्परिक परम्पराओं और संस्कृति के रूप में बनाई गई 15 फीट की विशेष गणगौर नाव का अनावरण अतिथियों ने किया। सार्द्धशताब्दी के विशेष अवसर पर स्वामी विवेकानन्द तेल चित्र का अनावरण अतिथियों द्वारा किया गया। गणगौर नाव बनाने वाले काष्ट कार दीनानाथ गुप्ता, कतवारू गुप्ता, दिनेश शर्मा का सम्मान किया गया। इस अवसर पर भारतीय संस्कृति को बचाने के लिये मदन मोहन का भी सम्मान किया गया। इस अवसर पर मनमोहन भटनागर, गरिमा सोनी, प्रीति दांतिया, तरूणा चक्रवर्ती, कादम्बरी शर्मा, पायल कुमावत द्वारा सुन्दर गीत की प्रस्तुति दी गई।
फिल्म प्रदर्शन: नववर्ष की अब तक की यात्रा को समेटे हुए फिल्म “आओ फिर से दीया जलाएं” का प्रदर्शन किया गया। दूध तलाई क्षेत्र में मेला लगाया गया जिसमें अनेक स्टॉलें आकर्षक का केन्द्र थी। डॉ. कुमावत ने बताया कि 9 अप्रैल को शाम 6 बजे फतहसागर की पाल (ओवरफ्लो साईड) पर मेवाड़ की शान-मेवाड़ी पाग “अपनी पगड़ी सजाओ” प्रतियोगिता होगी। प्रतियोगिता में दौलत सेन द्वारा बनाई 2070 मीटर पगड़ी आकर्षण का केन्द्र होगी। इस पगड़ी को उदयपुर की जनता के लिये प्रदर्शन के लिये विधिवत् अनावरण किया जायेगा।