एमएमवीएम एवं एमएमपीएस का वार्षिक समारोह
Udaipur. महाराणा मेवाड़ पब्लिक स्कूल तथा महाराणा मेवाड़ विद्या मंदिर का दो दिवसीय संयुक्त वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह रविवार को होटल शिकारबाड़ी प्रांगण में हुआ। मुख्य अतिथि ज्योतिषविद् बेजान दारूवाला थे।
इस अवसर पर महाराणा मेवाड़ एजुकेशन इंस्टीट्युशन्स की प्रबंधन समिति की अध्यक्ष विजयराज कुमारी मेवाड़ बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद थी। इस अवसर पर विद्यादान ट्रस्ट के न्यासी लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने विद्यार्थियों की हौसला अफजाई की।
विशिष्ट अतिथि ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरूआत की। शिवतांडवस्तोत्रम का संगीतमय मंत्रोच्चारण किया गया। संस्था प्रधान संजय दत्ता ने मुख्य अतिथि का परिचय देते हुए स्वागत उद्बोधन दिया। कार्यक्रम में भारतीय व पाश्चात्य संस्कृति की सुंदर झांकी प्रस्तुत की गई। इसके अंतर्गत दोनों विद्यालयों के छात्रों ने बोनियम समूहगान-होली, होली डे, शास्त्रीय नृत्य कत्थक व भरतनाट्यम, जॉर्ज बर्नाड शॉ के नाटक ‘पिगमेलियन’ के एक विशेष भाग ‘द स्कूलिंग ऑफ अलाइज़ा डु लिटिल’ अंग्रेजी नाटक, एंटोनियो विवाल्डी की रचना ‘स्प्रिंग’ पर आधारित आर्केस्ट्रा, रवीन्द्र संगीत ‘आनन्द लोके’ आदि की रंगारंग प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लिया।
महाराणा मेवाड़ विद्या मंदिर के छात्र जोवियल भास्कर सिन्हा तथा वंशिका टिबरवाल ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि ने महाराणा मेवाड़ विद्या मंदिर की अंतरसदन प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया। कॉक हाउस ट्राफी ‘विवेकानन्द सदन’ को प्रदान की गई। महाराणा मेवाड़ पब्लिक स्कूल के कक्षा नवीं से ग्याहरवीं तक के उन्नीस छात्रों को उनके श्रेष्ठ अकादमिक परिणाम के लिए छात्रवृत्ति तथा योग्यता प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। श्रेष्ठ एनसीसी कैडेट, बॉयज़ के लिए कक्षा नवीं के पलाश खत्री व श्रेष्ठ एनसीसी कैडेट, गल्र्स के लिए कक्षा दसवीं की रिशिता शेखर चौबीसा को सम्मानित किया गया। इस सत्र की साइकिल रेस ट्रॉफी ‘गांधी सदन’ को प्रदान की गई।
मुख्य अतिथि ने स्वयं को बच्चों के बीच होना सौभाग्यशाली बताया। उन्होंने भारतीयों के जीवन में गणेश, देवी और सरस्वती के महत्व को इंगित किया। उन्होंने मां सरस्वती को बुद्धि और ऊर्जा का स्त्रोत बताते हुए जीवन में दया, आशा, सहानुभूति और क्षमा पर विशेष बल दिया तथा बच्चों को भगवान के सबसे करीब बताया। कक्षा दसवीं की छात्रा दीक्षा आचार्य द्वारा बनाई गई कलाकृति मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट की गई। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के हेड बॉय विस्मय नायर ने किया।