शाम को हुआ शस्त्र पूजन व अखाडा़ प्रदर्शन
Udaipur. महाराणा प्रताप की 473वीं जयंती समारोह के तहत 7 दिवसीय कार्यक्रम का आगाज मंगलवार को हल्दीघाटी की माटी के पूजन से हुआ। इससे पहले हल्दी घाटी की माटी को सर माथे लगाकर रक्तीतलाई से पूजन कर यहां लाई गई।
कार्यक्रम संयोजक कमलेन्द्रसिंह पंवार ने बताया कि चेटक समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। गोगुन्दा राजतिलक स्थली स्थित प्रताप की प्रतिमा पर पूजा-अर्चना की। माटी लेने जाने वालों में महाराणा प्रताप सेना के मोहनसिंह राठौड़, प्रकाश प्रजापत, शहर अध्यक्ष मनोहरसिंह राव, महामंत्री दिनेशसिंह जादौन, उपाध्यक्ष हीरालाल साहू, राजस्थान मोटियार परिषद के शिवदानसिंह जोलावास, घनश्याम सिंह भीण्डर तथा बजरंग सेना के शंकरलाल माली आदि शामिल थे।
शाम को शस्त्र पूजन अखाडा़ प्रदर्शन
हिन्दू महासेना टाइगर फोर्स हिन्दू विजय सेना, तथा औंकारेश्वर व्यायामशाला के कार्यकर्ताओं द्वारा हाथीपोल स्थित कालका माता मन्दिर परिसर में संरक्षक महंत श्याम बाबा के नेतृत्व में विधि-विधान से अस्त्र शस्त्रों का पूजन किया गया। औकारेश्वर व्यायामशाला भगवतीलाल कुमावत के नेतृत्व में हेरत अंगेज अखाडा प्रदर्शन किया गया। किशोर जायसवाल, बलवन्त सालवी सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे। बुधवार सुबह 7.30 बजे एमपीयूटी परिसर में कर्मचारियों द्वारा प्रताप प्रतिमा क पंच गव्य स्नान किया जाएगा। 8 बजे हाथीपोल चौराहे पर महावीर युवा मंच संस्थान की ओर से भामाशाह प्रतिमा पूजन व संगोष्ठि होगी। शाम 6 सामुदायिक केन्द्र बडा़ हवाला महादेव सेना की ओर से प्रताप महाआरती व अखाडा़ प्रदर्शन होगा।