भारतीय लायन्स परिसंघ द्वारा भ्रष्टाचार के विरोध में लेखन प्रतियोगिता
udaipur. भारतीय लायन्स परिसंध द्वारा आयोजित पन्द्रह दिवसीय छाछ वितरण शिविर एंव भ्रष्टाचार लेखन प्रतियोगिता में आम जनता बहुत से भाग ले रही है। लोगों के भ्रष्टाचार को लेकर विचार काफी आक्रोश भरे उत्तेजनापूर्ण रहे।
भ्रष्टाचार लेखन प्रतियोगिता में मावली के शंभूसिंह राठौड़ ने कहा कि भ्रष्टाचार से खोखले होते देश को बचाने के लिए अब सख्त कानून की आवश्यकता है।भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने पर न केवल उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही हो वरन् उसे आवश्यक रूप से सजायी दिलायी जाए ताकि वह सजा दूसरों के लिए सबक बन सके। भ्रष्टाचारियों की सम्पत्ति को कुर्क किया जाना चाहिए। ऐसे नेताओं व अफसरों की कुर्सियां छीनकर उन्हें जेल में डाल देना चाहिए। भविष्य में उन्हें ऐसी सीट के लिए वापस निर्वाचित नहीं किया जाना चाहिए ताकि वह वापस भ्रष्टाचार कर सकें।
बोराणा निवासी भरतसिंह बोराणा ने कहा कि देश में व्याप्त भ्रष्टाचार को रोकने के लिए स्वयं से शुरुआत करनी होगी। इसमें से अधिकांश व्यक्ति काम को जल्दी निपटाने के लिए भ्रष्टाचार को पनपाते हैं। कोई अधिकारी या कर्मचारी रिश्वत की मांग करे तो नजदीकी पुलिस स्टेशन या लोकायुक्त को शिकायत करनी चाहिए। भ्रष्टाचार रोकने के लिए देश की सर्वोच्च सीबीआई को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कर उसे स्वतंत्र संस्था बनाना होगा। कार्यक्रम संयोजिका प्रणिता तलेसरा ने बताया कि इस अवसर पर मुख्य अतिथि सुरेश देरासरिया ने विजेताओं को पुस्क्ृत किया। परिसंघ द्वारा आयेजित नि:शुल्क छाछ वितरण शिविर में विमला खडग़ावत, रंजना मेहता, टीना सोनी, गुरमीत कौर ने जनता को छाछ पिलाकर गर्मी के मौसम में उन्हें राहत प्रदान की।