रोटरी क्लब का साक्षरता शिविर का समापन समारोह
Udaipur. रीको के पूर्व प्रबन्ध निदेशक एवं नरेगा योजना के आयुक्ते रहे राजेन्द्र भाणावत ने कहा कि नरेगा योजना को स्किल डवलपमेंट से नहीं जोड़ना इसकी सबसे बड़ी कमजोरी रही। सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश की 70 प्रतिशत जनता आज भी 30 रुपए प्रतिदिन पर गुजारा कर रही है।
वे कल रोटरी क्लब द्वारा गांव राताखेत में हुए साक्षरता शिविर के रोटरी बजाज भवन में आयोजित समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि 2001 में की गणना में राजस्थान में साक्षरता का प्रतिशत वर्ष 1991 की तुलना में 23 प्रतिशत अधिक रहा और उसमें भी महिलाओं का साक्षरता प्रतिशत पुरुषों से अधिक रहा जो यह प्रदर्शित करता है कि महिलाओं में साक्षर होने की ललक बढ़ी है।
रोटरी क्लब उदयपुर द्वारा दिन भर परिवार के भरण-पोषण के लिए कड़ी मेहनत मजदूरी करने वाली आदिवासी कामकाजी महिलाओं के लिए साक्षरता शिविर आयोजित किया गया। जिसमें 20 महिलाओं ने न केवल अक्षर ज्ञान सीखा वरन् वे अब समाचार-पत्र तक पढऩा सीख गई है। वे अब जोड़-बाकी, गणित तक के सवाल का हल आसानी से ढूंढ़ लेती है।
ये महिलाएं हुई सम्मानित- मुख्य अतिथि राजेन्द्र भाणावत, पूर्व प्रान्तपाल यशवन्तसिंह कोठारी, निर्मल सिंघवी, सहायक प्रान्तपाल रमेश चौधरी, क्लब अध्यक्ष सुशील बांठिया, सचिव ओ. पी. सहलोत, साक्षरता कमेटी के चेयरमैन मुनीष गोयल ने साक्षर हुई महिलाओं खुमाणी बाई, कंचन बाई,लक्ष्मी बाई, कमला बाई, कंकू बाई,नीलम देवी,मींरा बाई, सोनू, उषादेवी, दुर्गा बाई, सज्जन बाई, शांता बाई, वसु बाई, राधा, राजू बाई, चुन्नी, रूपा, आशा व भगवती देवी सहित 20 महिलाओं को प्रमाण पत्र एवं उपहार प्रदान पुरूस्कृत किया। प्रशिक्षिका मंजू व मनमोहन पालीवाल को भी पुरूस्कृत किया गया।
समाजसेवी गजेन्द्र आंचलिया ने कहा कि रोटरी द्वारा किए जा रहे कार्यों को देखते हुए यदि यह कहा कि रोटरी सेवा कार्यों की यूनिवर्सिटी बन चुकी है तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। अध्यक्ष बांठिया ने कहा कि कुछ वर्षों से क्लब द्वारा आयोजित किये जा रहे साक्षरता शिविर के कारण अनेक निरक्षर महिलाएं साक्षर हुई हैं। सचिव ओ. पी. सहलोत ने कहा कि 9 जून को सुबह 11 बजे से गीतांजलि मेडिकल कॉलेज में अविभाजित रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3050 का अंतिम अवार्ड सेरेमेनी कार्यक्रम होगा। जिसमें राजस्थान, गुजरात व मध्यप्रदेश के करीब 170 क्लबों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। प्रारम्भ में आदिवासी महिलाओं ने भजन एवं गीत प्रस्तुत किए। क्लब की ओर से अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए।