Udaipur. निर्जला एकादशी पर बुधवार को एक ओर जहां श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से दान-पुण्य किए वहीं शाम ढले युवाओं व बच्चों की वो काटा, वो मारा से शोर गूंज उठा। श्रद्धालु महिला-पुरुषों ने निर्जल रहकर व्रतोपवास किए।
वर्ष की बड़ी एकादशी पर श्रद्धालु महिला-पुरुषों ने निर्जल-निराहार रहकर व्रत उपवास किए तो मंदिरों में दान-पुण्य भी किए गए। घरों में फलाहार के रूप में सिंघाडे़ के आटे का हलवा, कांगणी के आटे के पकौड़े, आम आदि आहार लिए। ठाकुरजी की सेवा में पानी से भरी मटकियां पधराई गई। जगदीश मंदिर में सुबह से खासी भीड़ रही।
मंदिर में भगवान जगन्नाथ के सुबह मंगला के दर्शन हुए। ठाकुरजी को पंचामृत स्नान करवाकर केसरिया वस्त्रा धराए गए। उनके समक्ष जल पात्र भरकर फव्वारा भी चलाया गया। न सिर्फ शहर बल्कि ग्रामीण इलाकों से भी काफी महिलाएं दर्शन को उमड़ पड़ी। मंदिर में विभिन्न सेवा समितियों की ओर से श्रद्धालुओं की सेवा की गई।
शाम ढलते ढलते बच्चे व युवा घर की छतों पर पहुंच गए और पतंगबाजी का जमकर आनंद लिया। टोलियों में एकत्र होकर पतंग उड़ाने में लगे रहे। फतहसागर पर पतंगबाज अब्ुदल कादिर ने 151 पतंगे एक डोर से उड़ाई। श्रीनाथजी मंदिर व अस्थल मंदिर में गुरुवार को एकादशी मनाई जाएगी।