हाथ पर हाथ धरकर बैठने का आरोप
केन्द्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा ने मुख्यमंत्री से की बात
Udaipur. केदारनाथ धाम के पास हुई प्राकृतिक आपदा में गए परिजनों की कोई सुध नहीं मिलने से परेशान होकर परिजनों ने आज भींडर के पूर्व विधायक रणधीरसिंह भींडर के नेतृत्व में कलक्ट्रेट पर आक्रोश जताते हुए जिला कलक्टर को ज्ञापन दिया। केन्द्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास ने दूरभाष पर मुख्यमंत्री से भी इस सम्बन्ध में शीघ्र कार्रवाई का आग्रह किया है।
आसपास के ग्रामीण इलाकों से पहुंचे इन लोगों का कहना था कि प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है। मेवाड़ क्षेत्र के विभिन्न समूहों में कई लोग तीर्थ यात्रा पर गए हुए थे। उत्तराखंड में बरसाती हालात के बाद लोग मुसीबत में हैं। कोई फोन पर स्थितियां खराब बता रहा है तो किसी की तो कोई जानकारी ही नहीं मिल पा रही है। तीर्थ पर गए लोगों में विशेषकर भीडंर व आसपास के गांवों के लोग शामिल हैं।
सुबह रणधीरसिंह भींडर सपत्नीक कलक्ट्रेट पहुंचे तब दरवाजा बंद था। स्थानीय अवकाश होने से परिसर में सन्नाटा था। भींडर को अंदर जाने से भी रोक दिया गया। बाद में कलक्टर से मुलाकात हुई और उन्होंने शीघ्र कार्रवाई का आश्वा सन दिया।
केन्द्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा ने मुख्यमंत्री से की बात
उधर केन्द्रीय आवासन एवं शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास ने उत्तराखंड के केदारनाथ में आपदा पीडि़तों को समुचित राहत एवं उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी एवं श्रेष्ठतम कारगर उपायों के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री एवं उत्तराखंड के सरकार के जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासन से आग्रह किया।
डॉ. व्यास ने उदयपुर, चित्तौड़गढ़ व प्रतापगढ़ सहित अन्य जिलों के प्रभावित यात्रियों के प्रति गहरी चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें यथाशीघ्र अपने परिवारों तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए दोनों सरकारों से लगातार सम्पर्क में हैं। डॉ. व्यास ने कहा कि इस चुनौती का साहस से सामना करते हुए कठिनाई से उबरना होगा। उन्होंने चित्तौड़गढ़, वल्लभनगर, उदयपुर आदि क्षेत्रों से बहुतायत में गए श्रद्घालुओं के परिजनों को भी धैर्य बंधाते हुए कहा कि राजस्थान व उत्तराखंड सरकार द्वारा बचाव के सभी समग्र उपाय किए जा रहे हैं। इसके लिए वे स्वयं सतत् तौर पर अपने प्रयास कर रही हैं। वहां बचाव कार्य जोरों पर है। सेना, प्रशासन व सरकार के संयुक्त प्रयासों से इस कठिन स्थिति से हम शीघ्र उबर जाएंगे।