सिंघाड़ा, जामुन, बैंगन भी लाभकारी
Udaipur. अत्यनधिक मानसिक तनाव जन्यल रोग थॉयराइड से बचने के लिए पानी की कठोरता कम करने हेतु अजवाईन का नित्य प्रयोग करने से एवं बोर की जड़ को दूध के साथ एवं विदारिकन्द की जड़ को दूध के साथ उबालकर पीने से थायराइड रोग से बचा जा सकता है।
यह जानकारी राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय सिंधी बाजार में प्रत्येक बुधवार को लगने वाले शिविरों में आज लगे थायराइड रोग निवारण शिविर में दी गई। डॉ. शोभालाल औदीच्य ने बताया कि तनावपूर्ण इस जिंदगी में थायरॉइड अत्याधिक मानसिक तनाव जन्यैरोग है। आयुर्वेद में बतायी दिनचर्या, ऋतुचर्या का पालन करने के साथ ही खाने मे बैंगन, सिंघाडा, जामुन आदि बैंगनी रंग की वस्तुओ मे आयोडिन होता है। आज के प्रतिस्पर्धा के युग में व्यक्ति की महत्वकांक्षाएं काफी बढ़ गई है जिससे व्यक्ति ही नहीं छोटे बच्चे भी मां-बाप की महत्वाकांक्षाओं के शिकार होकर मानसिक तनाव में रहते हैं और नित नये रोग हो रहे हैं।
इसी श्रृंखला में आरोग्य दिवस के अन्तर्गत माह के प्रथम शनिवार को अगला शिविर 6 जुलाई को डायबिटीज की निःशुल्क जांच एवं एसीडिटी निवारण चिकित्सा शिविर स्व. संतोषदेवी मेहता एवं हेमलता मेहता की पुण्यतिथि में सुबह 9 से 11 बजे तक लगाया जाएगा। शिविर में कम्पाउण्डर अमृतलाल परमार, इन्दिरा डामोर, शंकरलाल मीणा, रामसिंह ठाकुर, गजेन्द्र आमेटा ने अपनी सेवाएं दी।