राष्ट्रपति के समक्ष स्वविकसित सौंफ का प्रदर्शन
Udaipur. महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वंविद्यालय के तहत आने वाले सिरोही जिले के कच्छा ली गांव के कृषक इशाक अली ने स्वयं द्वारा विकसित सौंफ की उन्नत किस्म आबू सौंफ का दो दिन पूर्व अजमेर के केन्द्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति के समक्ष प्रदर्शन किया।
यह प्रदर्शन राष्ट्रीय नवाचार फाउण्डेशन के आव्हान पर अली ने किया। इस दौरान राज्यपाल मार्ग्रेट आल्वा, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मौजूद थे। इस अवसर पर मौजूद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओ. पी. गिल ने बताया कि बाबू जगजीवन राम अभिनव किसान पुरस्कार प्राप्त इशाक अली ने सौंफ की उन्नत खुशबुदार प्रजाति के विकास के साथ ही कृषि विज्ञान केन्द्र सिरोही के कृषि वैज्ञानिकों के सहयोग से सौंफ की खेती मे कई नवाचार – जैसे पौधों की विकसित ज्यामित्रिक रोपन, फसल के सुखान की विकसित विधि एवं थ्रेशिंग की उन्नत विधियां भी विकसित की जो अपने आप में उदाहरण है। प्रो. गिल ने राष्ट्रपति को बताया कि इशाक अली द्वारा विकसित सौंफ सुगंध, स्वाद, एवं प्लेवर बहेद अच्छी है। साथ ही इसकी औषधीय गुणवत्ता भी बेहतर है। वर्तमान मे इस सौंफ का खाड़ी देशों मे भी निर्यात किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने सराहना करते हुए बताया कि उन्होंने अपने बांसवाड़ा प्रवास के दौरान इस सौंफ से बना स्वास्थ्य वर्धक शर्बत पीया था।
प्रसार शिक्षा निदेशक प्रो. इन्द्रजीत माथुर ने बताया कि खाद्य एवं डेयरी विज्ञान मिहाविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा सौंफ का प्रसंस्करण एवं शर्बत इत्यादि उत्पाद तैयार किऐ जा रहे हैं। इशाक अली ने अपनी सफलता का श्रेय एमपीयूएटी के वैज्ञानिकों को देते हुए बताया कि इस कार्य मे उसे केवीके सिरोही के कृषि वैज्ञानिकों का सतत सहयोग मिलता रहा है।