सात दिन में साक्षात्कार जारी करने का दिया आश्वासन
udaipur. राजस्थान सफाई कर्मचारी संघ के तत्वावधान में सफाईकर्मियों की भर्ती प्रक्रिया में हो रही देरी से आक्रोशित वाल्मिकी समाज ने नगर निगम आयुक्त का घेराव कर जंगी प्रदर्शन किया। अयुक्त समिति सदस्यों के साथ हुई वार्ता में निर्णय हुआ कि सात दिन के अंदर आवेदकों को साक्षात्कार पत्र जारी कर दिया जाएंगे।
राजस्थान सफाई कर्मचारी संघ के सम्भागीय अध्यक्ष मुरलीमनोहर बंधु, जिलाध्यक्ष रमेश चौहान, नगर अध्यक्ष मदनलाल केसरिया, किशनलाल नलवाया, प्रकाश छापरवाल, कालू परदेसी, राजू राठौड़, मदन खेराडिय़ा, छोटू हैला, यासीन मोहम्मद, सुंदर राठौड़ के नेतृत्व में 1500 से अधिक वाल्मिकी समाज के सदस्यों ने शुक्रवार को दोपहर 2 बजे नगर निगम आयुक्त हिम्मत सिंह बारहठ का घेराव किया। नगर निगम का कोरीडोर वाल्मिकी समाज से खचाखच भर गया और निगम कार्यालय, समाज के सदस्यों के नारों से गूंजायमान रहा। करीब दो घंटे से अधिक समय तक वाल्मिकी समाज के सदस्यों ने सफाईकर्मियों के साथ हो रही ज्यादतियों और भर्ती के मामले में रोड़ा डालने की प्रक्रिया पर आक्रोश जताते हुए आयुक्त का घेराव किया। करीब दो घंटे तक चले शक्ति प्रदर्शन के दौरान आयुक्त को सफाई कर्मचारियों के विरोध के आगे झुकना पड़ा और आंदोलन के दौरान ही आनन-फानन में महापौर रजनी डांगी, चयन समिति के सदस्य पारस सिंघवी व अन्य के साथ बैठक की। बैठक में इन्होंने निर्णय लिया कि भर्ती प्रक्रिया को तेज कर दिया और जिन आवेदनों को जांच कर सही पाया गया है उन्हें शीघ्र ही साक्षात्कार पत्र जारी किए जाएं। इस निर्णय के बाद आयुक्त अपने कक्ष में आए और आंदोलन कर रहे कर्मचारी संघ के सम्भागीय अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष, नगर अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों के साथ वार्ता की और करीब 20 मिनट से अधिक समय तक चली वार्ता के दौरान आयुक्त ने पदाधिकारियों को आश्वस्त किया कि जो आवेदन पूर्ण रूप से सही पाए गए है उन्हें सात दिन के भीतर साक्षात्कार पत्र जारी कर दिए जाएंगे। साक्षात्कार पत्र में साक्षात्कार की तिथि व समय अंकित कर दिया जाएगा। वार्ता के दौरान स्वास्थ्य अधिकारी देवेन्द्र सैनी, स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष पारस सिंघवी, कांगे्रस पार्षद राजेश खोखावत भी मौजूद थे। घेराव के दौरान सुंदर राठौड़, गोपाल टांक, रमेश चौहान, शंकर छापरवाल, लक्ष्मण गोरण, उमेश, राकेश, अशोक नकवाल, ताराचंद्र कल्याणा, विजय राठौड़, काशीनाथ नलवाया, आजाद गुस्सर, गोपाल बंधु, राकेश भाटी, बाली छापरवाल, गोदावरी सोनवाल, आशा राठौड़, आशा गुस्सर सहित सैंकड़ों वाल्मिकी एवं हैला समाज के सदस्य मौजूद थे।