Udaipur. उदयपुर जिला क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव में फिर से लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ अध्यक्ष चुने गए। ये चुनाव इसलिए महत्वपूर्ण हो गए थे कि पहली बार चुनाव हुए। अब तक हमेशा सर्वसम्मति से ही निर्वाचन होता रहा। हारने वालों के मुंह से यह तक सुना गया कि हार गए जिसका गम नहीं लेकिन लोकतंत्र की परंपरा का निर्वहन तो हुआ।
उदयपुर जिला क्रिकेट एसोसिएशन के मंगलवार को हुए चुनाव में अध्यक्ष पद पर लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ ने सुशील जैन को 26-12 से हराया। इसी प्रकार से सचिव पद पर विवेकभानसिंह झाला ने अजयसिंह बोहेड़ा को 26-12 से हराया। उपाध्यक्ष पद पर महिपालसिंह रूपपुरा ने अलंकार गुप्ता को 26-12 से तथा कोषाध्यक्ष पद महेन्द्र शर्मा ने यशवंत पालीवाल को 27-11 से हराया।
जानकारों के अनुसार 38 क्लबों के प्रतिभागी बनने और चुनाव के नतीजों को देखने से सीधा पता चलता है कि 26 क्लब लक्ष्यराजसिंह के समर्थन में थे और 12 क्लब विरोध में। बताया जाता है कि 26 क्लबों में से 12 प्रोक्सी वोट पडे़। यहां तक कि पूर्व में रह चुके पदाधिकारी को भी प्रोक्सी मतदान करना पड़ा। ऐसी क्या मजबूरी आ गई? हारने वाले प्रत्यारशियों का कहना था कि हार गए इसका गम नहीं लेकिन स्वस्थ लोकतंत्र की प्रतिस्पर्धा तो शुरू हुई। जानकारी यह भी मिली कि 26 क्लबों के पदाधिकारियों को नामांकन से पूर्व मसूरी घुमाने भी ले जाया गया।