मेहमानों की परंपरागत तरीके से आवभगत
Udaipur. विश्व पर्यटन दिवस पर शुक्रवार को झीलों की नगरी में पर्यटकों का भव्य स्वागत किया गया। शहर के विभिन्न पर्यटन स्थलों पर उनका परंपरागत तरीके से स्वागत किया गया। यहां की लोककलाओं, लोकनृत्यों की जानकारी दी गई। शहर के संग्रहालयों में प्रवेश निशुल्क रहा।
सहेलियों की बाड़ी, मोती मगरी, जगदीश चौक, रेलवे स्टेशन आदि स्थांनों पर देसी विदेशी सैलानियों का स्वारगत किया गया। लोक कलाकारों ने नृत्य प्रस्तुत किए। सिटी पैलेस संग्रहालय में आने वाले पर्यटकों का भावभीना आतिथ्य सत्कार किया गया। खासतौर से बाड़ी महल में आयोजित टेराकोटा प्रदर्शनी में राजसमंद के जमनालाल कुम्हार एवं उनके साथियों ने पर्यटकों को चाक और मिट्टी के अद्भुत संगम से कलाकृतियां बनाकर आकर्षित किया। पर्यटकों को यह कला इतनी भाई कि वे स्वयं मिट्टी में हाथ रंगने से पीछे नहीं रहे।
महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर के उपसचिव प्रशासन भूपेन्द्र सिंह आउवा ने बताया कि विश्व पर्यटन दिवस की महत्ता को मद्देनजर रखते हुए फाउण्डेशन के पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों ने शुक्रवार प्रात: सिटी पैलेस म्यूजियम का भ्रमण करने वाले पर्यटकों का बड़ी पोल स्थित मुख्य द्वार पर तिलक लगाकर भावभीना स्वागत किया। इस अवसर पर पर्यटकों को पैलेस की प्राचीन धरोहर एवं मेवाड़ के गौरवमयी इतिहास की जानकारी दी गई। कई पर्यटकों ने इस स्वागत एवं अभिनन्दन पर पैलेस ऑर्गेनाइजेशन को धन्यवाद दिया। साथ ही ऐतिहासिक धरोहर के संरक्षण एवं संवद्र्धन के लिए महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल फाउण्डेशन का आभार व्यक्त किया। इसके अतिरिक्त एचआरएच ग्रुप ऑफ होटल्स की उदयपुर एवं राजस्थान के विभिन्न अंचलों में संचालित समस्त हेरिटेज होटलों में आने वाले पर्यटकों का पारंपरिक स्वागत के साथ माल्यार्पण कर अभिनन्दन किया गया।