अन्तर्मना स्वर्णिम शाश्वत तीर्थयात्रा
Udaipur. सम्मेदशिखरजी से लौटी अन्तर्मना स्वर्णिम शाश्वत तीर्थ यात्रा आज पूरी हो गई। ट्रेन नियत समय से करीब 3 घंटे से अधिक देर से पहुंची। रेलवे स्टेशन पर इंतजार कर रहे तीर्थयात्रियों के परिजनों का आलम यह था कि तीर्थयात्रा कर आए वरिष्ठजनों को हाथ लगाकर ही मानों उनकी भी शिखरजी की यात्रा हो गई।
कई जनों की अश्रुधाराएं बह निकलीं तो कई हर्षोल्लाहस से स्वाआगत करते दिखे। ट्रेन का समय सुबह 9 बजे पहुंचने का था लेकिन 7.30 बजे तक कोटा पहुंची थी। यहां पहुंचने पर समाज की ओर से तीर्थयात्रियों का पुष्प वर्षा और अबीर-गुलाल लगाकर भव्य स्वागत किया गया। बैण्डबाजों की मधुर धुनों तथा ढोल की धमाधम के साथ मंगल गीत गाये गए। यहां से सभी यात्री सीधे सर्वऋतु विलास स्थित दिगम्बर जैन मन्दिर पहुंचें, जहां अन्तर्मना मुनिश्री प्रसन्न सागर से आशीर्वाद लेकर घर लौटे।