Udaipur. महाराज अग्रसेन की जयंती शनिवार को धूमधाम से मनाई गई। शहर के अग्रवाल समाज के विभिन्न घटकों द्वारा शोभायात्रा निकाली गई। गत दिनों से चली आ रही विभिन्न खेल स्पर्धाओं के विजेताओं को भी समारोह में पुरस्कृत किया गया।
सुबह राजस्थान महिला परिसर में महाराज अग्रसेन की पूजा अर्चना कर झण्डारोहण किया गया। फिर शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा शहर के मुख्य मार्गों से होती हुई वापस आरएमवी पहुंची। शोभायात्रा में महाराज अग्रसेन का रूप धारण किए उनके 18 पुत्रों सहित शिव-पार्वती-गणेश तथा माता लक्ष्मी की झांकी भी आकर्षित कर रही थी। अग्रवाल जैन बाल मंदिर के बच्चे बैंड बाजों के साथ शामिल हुए वहीं कुछ बच्चे स्केटिंग भी कर रहे थे। महिलाएं आकर्षक परिधानों में सज धजकर शोभायात्रा में शामिल हुईं।
धूमधाम से निकली शोभायात्राएं
फतहनगर. अगवाल एवं अग्रवाल मारवाड़ी समाज द्वारा अलग अलग शोभायात्राएं निकाली गई। मारवाड़ी समाज की शोभायात्रा दोपहर में हनुमान धर्मशाला से रवाना हुई तथा बैण्डबाजों के साथ नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई पुन: कार्यक्रम स्थल पहुंच कर समारोह में बदल गई। यहां महोत्सव के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों, नवदम्पतियों एवं वयोवृद्धों का सम्मान किया गया। अध्यक्षता समाज अध्यक्ष बंशीलाल अग्रवाल ने की जबकि समाज संरक्षक ऊंकारलाल गर्ग मुख्य अतिथि थे। संचालन सत्यनारायण अग्रवाल ने किया।
इसी तरह अग्रवाल समाज की शोभायात्रा ढोल के ढमाकों के साथ दोपहर 2.30 बजे अग्रवाल समाज भवन से रवाना हुई। सबसे आगे घुड़़सवार एवं पीछे नवयुवक नाचते-गाते एवं पुष्पवृष्टि करते चल रहे थे। बीच में समाजजन एवं अग्रसेन महाराज की झांकी के आगे समाज की महिलाएं सजधज कर चल रही थी। शोभायात्रा पुराना युनानी दवाखाना रोड़, पुराना बाजार, मुख्य चौराहा, नया बाजार, प्रताप चौराहा, स्टेडियम होते हुए वापस समाज भवन पहुंची जहां प्रतिभा सम्मान समारोह हुआ। यहां अध्यक्षता समाज अध्यक्ष मक्खमनलाल मोर ने की जबकि मुख्य अतिथि रामचन्द्र मोर एवं बंशीलाल एरन थे। महिला मण्डल अध्यक्ष उर्मिला गोयल,नव युवक मण्डल अध्यक्ष अतुल बंसल आदि विशिष्ट अतिथि थे। संचालन अमित बंसल ने किया। यहां भी समाज के वयोवृद्ध किशनलाल गर्ग एवं कंचनबाई जिंदल का शॉल,माला एवं श्रीफल से सम्मान किया गया। डॉ.आर.के.गोयल की पदोन्नति पर सम्मान किया गया। इससे पहले सुबह सुमंगल प्रभात यात्रा निकाली गई। रात्रि को समाज भवन के सामने ही सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों ने एक से बढ़ कर एक नायाब रंगारंग प्रस्तुतियां देकर समां बांध दिया।