मंशा महादेव व्रत उद्यापन
Udaipur. रक्षाबंधन के बाद से शुरू हुआ मंशा महादेव व्रत का उद्यापन के साथ गुरुवार को समापन हो गया। करीब चार माह चलने वाले इस व्रत के तहत प्रति सोमवार को महिलाएं व्रत रखकर कार्तिक मास की चतुर्थी को उद्यापन करती हैं। में महादेव को साढ़े चार किलो चूरमे का भोग लगाया गया।
इसके बाद समूह में बैठकर कथा श्रवण की। इस व्रत के उद्यापन के लिए काफी पापड़ बेलने पड़ते हैं। चूरमा पहले का नहीं बना होना चाहिए। इसके लिए महिलाएं तड़के जल्दीप उठकर चूरमा बनाती हैं। फिर इसके लड्डू बांधकर महादेव को भोग लगाया जाता है। फिर अपने मिलने-जुलने वालों में प्रसाद का वितरण किया जाता है।
फतहनगर. अखाड़ा स्थित मंशा महादेव मंदिर में गुरूवार को व्रत उद्यापन के तहत शिव का विधि विधान से अभिषेक एवं पूजा कर चूरमे का भोग लगाया गया। व्रतार्थी महिलाओं ने मंशा महादेव की कथा का श्रवण भी किया। चूरमे के भोग के उपरान्त प्रसाद वितरण किया गया। ईण्टाली में भी मंशा महादेव वृत उद्यापन किया गया। सामूहिक रूप से भी उद्यापन सम्पन्न हुए। यहां करीब 300 व्रतार्थी महिला एवं पुरूषों ने उद्यापन एवं पूजा की। पूजा-अर्चना का कार्य अखाड़ा मंदिर के महन्त राघवदास त्यागी के सानिध्य में चला।