शहर कांग्रेस युवा उम्मीदवार श्रीमाली ने भरा परचा
Udaipur. शहर विधानसभा सीट से युवा एवं नवोदित लेकिन निर्विवादित कांग्रेस उम्मीेदवार दिनेश श्रीमाली ने अंतिम दिन मंगलवार को नामांकन भरा। नामांकन भरने उनके साथ शहर के विभिन्न धड़ों में बंटी शहर कांग्रेस भी एकजुट दिखी। साथ ही कई दावेदार भी साथ रहे।
उल्लेखनीय है कि राज्य की चुनाव प्रचार समिति की कमान संभालने वाले डॉ. सी. पी. जोशी के समर्थन से कई दिग्गजों को पछाड़ते हुए रविवार देर रात दिनेश श्रीमाली को शहर विधानसभा से उम्मीदवार घोषित किया गया था। सुबह 11 बजे सूरजपोल थाने के बाहर एकत्र सैकड़ों कार्यकर्ताओं के जुलूस के साथ दिनेश श्रीमाली पैदल ही अमल का कांटा, लखारा चौक, धानमंडी होते हुए देहलीगेट पहुंचे।
यहां शहर जिलाध्यक्ष नीलिमा सुखाडि़या, दिनेश दवे, सचिव रंजना साहू, ब्लॉक अध्यक्ष मुजीब सिद्दीकी, पूरण मेनारिया, भरत आमेटा, शंकर भाटिया, कमल नयन खण्डेलवाल, राजेश जैन, प्रमोद खाब्या, मधु सालवी, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल हेमनानी, महिला कांग्रेस अध्यक्ष चंदा सुहालका, एनएसयूआई अध्यक्ष दीपक मेवाड़ा, फिरोज अहमद शेख, नजमा मेवाफरोश, राहुल व्यास, सुधीर जोशी, गणेश डागलिया आदि मौजूद रहे।
श्रीमाली को फूलमालाओं से लाद दिया गया। रास्ते में जगह जगह आतिशबाजी करते हुए कार्यकर्ता नारेबाजी कर रहे थे। शांति आनंदी स्मारक पर कई नेता-कार्यकर्ता मौजूद थे। यहां ढोल-नगाड़ों से श्रीमाली का भव्य स्वागत किया गया। यहां ग्रामीण विधानसभा से प्रत्याशी सज्ज़न कटारा भी पहुंची। यहां शहर से दावेदार गोपाल शर्मा, के. के. शर्मा सहित कई कांग्रेस नेता, युकां नेता, कार्यकर्ता मौजूद थे। यहां एक बार फिर जोरदार आतिशबाजी की गई। यहां से गिने चुने समर्थकों के साथ श्रीमाली कलक्ट्रेट पहुंचे जहां केन्द्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्याेस, सांसद रघुवीर मीणा, पूर्व विधायक त्रिलोक पूर्बिया के साथ नामांकन पेश किया।
केन्द्रीय मंत्री डॉ. व्यास ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार वापस बनेगी। आम जनता के लिए लाई गई योजनाएं और विकास ही कांग्रेस को वापस लाएगा। श्रीमाली के कमजोर प्रत्याशी होने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस का कोई उम्मीदवार कमजोर नहीं है।
श्रीमाली ने नामांकन दाखिल करने के बाद कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता उदयपुर की झीलों के किनारे रहने वाले लोगों को राहत दिलाने की रहेगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि पिछले 5 वर्षों से निर्माण निषेध के नाम पर सदियों से झीलों के किनारे बसे हुए मकान टूटने के भय से भयभीत है। उन्होंने कहा कि कानूनी और राजनैतिक लड़ाई लड़ी जाएगी और वैध आवासीय भूमि पर बसे हुए लोगों को किसी भी रूप से बेदखल नहीं होने दिया जाएगा।
दिनेश श्रीमाली ने शहर के नव निर्माण के लिये तत्पर रहने की वचनबद्धता व्यक्त की। साथ ही एकजुट होकर नेताओं, कार्यकर्ताओं द्वारा सहयोग के लिये धन्यवाद दिया।