एमपीयूएटी मे 21 दिवसीय ओरियंटेशन प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का शुभारंभ
उदयपुर। महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओ. पी. गिल ने कहा कि नवनियुक्त संकाय सदस्यों पर कर्तव्य निर्वहन से एक उदाहरण प्रस्तुत करने की बड़ी जिम्मेदारी है। विश्वविद्यालय की तीनों विधाओं शिक्षा, अनुसंधान एवं प्रसार के अतिरिक्त विभिन्न प्रशासनिक कार्यो, नियमों व अनुदेशों का निर्वहन करना होगा इसलिए प्रशिक्षण के माध्यम से इन विधाओं को सीखने का पूर्ण प्रयास करें।
वे आयोजना एवं परिवीक्षण निदेशालय द्वारा 21 दिवसीय ओरियन्टेशन (अभिविन्यास) प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के शुभारंभ समारोह को मुख्या अतिथि के रूप में संबोधित कर रहेथे। कार्यक्रम प्रसार शिक्षा निदेशालय के प्रज्ञा हॉल में हुआ। पाठ्यक्रम समन्वयक एवं आयोजना व परिवीक्षण निदेशक ड़ॉ. जे. एल. चौधरी ने आगंतुकों का स्वागत करते हुए बताया कि विश्वविद्यालय के इस चतुर्थ ओरियेन्टेशन कार्यक्रम में मप्रकृ एवं प्रौ विवि, उदयपुर सहित राज. पशु चिकित्सा एवं पशुपालन विश्वविद्यालय, बीकानेर के कुल 37 प्रशिक्षणार्थी भाग ले रहे हैं। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के 2010 के नियमानुसार विश्वविद्यालय शिक्षकों एवं वैज्ञानिकों को पदोन्नति हेतु इस तरह के प्रशिक्षण लेना अनिवार्य है। प्रशिक्षणर्थियों को विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली, नियमों, व कृषि शिक्षा, अनुसंधान एवं प्रसार गातिविधियों के साथ ही संसाधनों के ज्ञान, मूल्य संवर्धन, सीखने की प्रक्रिया, अनुसंधान योजनाओं के निर्माण एवं क्रियान्वयन, अनुसंधान परियोजनाओं व प्रसार की प्रणाली व विधियों से अवगत कराया जाएगा। साथ ही व्यक्तित्व विकास, प्रबन्धन, मानवीय सम्बन्धों, खेलकूद व सह शैक्षणिक गतिविधियों के साथ ही आधुनिक ज्ञान के सोपान जैसे सूचना प्रौद्योगिकी, कम्प्यूटर आधारित सीखने व सिखाने की प्रक्रियाओं पर भी विस्तृत प्रशिक्षण दिया जाण्गाक।
मीडिया प्रभारी डॉ. सुबोध शर्मा ने बताया इस कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. आई. जे माथुर, अधिष्ठाता रा.कृ.म. डॉ. एस आर मालू, निदेशक आवसीय अनुदेशन डॉ. जी. एस. चौहान, प्रसार शिक्षा निदेशालय की डॉ. मीना सनाढ़य, डॉ. रेखा व्यास, डॉ. पीयूष जानी, डॉ. लतिका व्यास आदि उपस्थित थे।