निषेधाज्ञा लगाई, पुलिस बल तैनात
उदयपुर। जिले का गोगुंदा कस्बा शनिवार को समुदाय विशेष के युवक द्वारा आदिवासी समाज की युवती को भगा ले जाने से सुलग उठा। घटना से आक्रोशित आदिवासी तोडफ़ोड़ व आगजनी पर उतर आए। युवती को लेकर भागे युवक के मकान तथा गैराज को आग के हवाले करने के बाद भी उनका गुस्सा शांत नहीं हुआ और उन्होंने कस्बे की अन्य कई दुकानों में तोडफ़ोड़ की तथा आग लगा दी।
गोगुंदा थाना पुलिस ने उन पर काबू पाने में विफल रही तो उदयपुर से सशस्त्र पुलिस बल मौके पर भेजा गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हनुमान प्रसाद सहित कई पुलिस अधिकारी भी मौके पर भेजे गए तथा कस्बे में निषेधाज्ञा लगा दी गई। जानकारी के अनुसार कस्बे के समुदाय विशेष के एक युवक और आदिवासी समाज की एक युवती के बीच लम्बे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। कुछ दिन पहले वह युवती को लेकर फरार हो गया। इस पर आदिवासियों ने बैठक की तथा आक्रोश जताया। एकमत होकर उन्होंने युवक के घर धावा बोल दिया तथा मारपीट व तोडफ़ोड़ के बाद मकान को आग लगा दी। वहां से युवक के परिजन अपनी जान बचाकर भाग निकले। इसके बाद आदिवासी समूह युवक के गैराज पर पहुंचा तथा उसे भी आग के हवाले कर दिया। इसके बाद आदिवासियों ने कस्बे में उपद्रव मचाना शुरू कर दिया तथा कई दुकानों पर जमकर तोडफ़ोड़ मचाई तथा लूटपाट की। कुछ दुकानों को आग के हवाले भी कर दिया। देखते-देखते बाजार बंद हो गए। कुछ दुकानदारों ने शटर बंद कर लिए तथा अंदर ही बंद हो गए।
सूचना पर गोगुंदा थाने से जाब्ता पहुंचा तथा उपद्रव मचा रहे लोगों को शांत करने का प्रयास किया। आदिवासियों की संख्या ज्यादा होने से वे उन पर काबू नहीं पा सके तब आसपास के थानों से भी जाब्ता बुलाया गया। सूचना मिलते ही उदयपुर पुलिस लाइन से सशस्त्र पुलिस बल की टुकड़ी भेजी गई। संवेदनशील क्षेत्र में सशस्त्र पुलिस बल तैनात कर दिया गया। थानाधिकारी हनुवन्तसिंह का कहना है कि युवती के परिजनों की सूचना पर उसकी तलाश की गई। मोबाइल लोकेशन के आधार पर युवती को उदयपुर से बरामद कर लिया गया जबकि युवक फरार हो गया था। उसे परिजनों के सुपुर्द किया जाना था। उनके उद्वेलित होने का पुलिस को अंदाजा नहीं था। समाचार लिखे जाने तक कस्बे में तनाव व्याप्त है।