महापौर मिली दिल्ली में राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों से
उदयपुर। अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा और कोई अड़चन नहीं आई तो उदयपुर में प्रतापनगर फ्लाईओवर का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा। ऐसे ही सकारात्मक संकेत मिले हैं महापौर रजनी डांगी को जब वे नई दिल्ली में शुक्रवार को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों से मिलीं।
महापौर ने प्रतापनगर मार्ग पर फ्लाईओवर का प्रस्तावित प्लान, नक्शें एवं स्वीकृति के लिए आवश्यक दस्तावेजों के साथ अधिकारियों को बताया कि किस तरह प्रकरण लम्बे समय से नेशनल हाईवे अथॉरिटी की स्वीकृति के अभाव में लम्बित है। उन्होंने फ्लाईओवर आवश्यकताओं की जानकारी दी। पूर्व में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा किशनगढ से अहमदाबाद सिक्स लेन एवं बाईपास निर्माण कार्य निर्माण स्वीकृति जारी करने के कारण फ्लाईओवर निर्माण की स्वीकृति नहीं दी गई। डांगी ने अधिकारियों को बताया कि सिक्स लेन का कार्य जीएमआर इन्फ्रा को आवंटित किया गया परन्तु जीएमआर द्वारा अभी तक इस कार्य को प्रारम्भ ही नहीं किया है।
बताई समस्याएं : महापौर ने मार्ग पर आये दिन होने वाली यातायात समस्याओं की जानकारी देते हुए कहा कि प्रताप नगर मार्ग हवाईअड्डा जाने का मुख्य मार्ग होने से देश-विदेश से पर्यटकों की आवाजाही रहती है तथा बाईपास मार्ग बनने के पश्चात बडे-बडे वाहनों के गुजरने के कारण इस मार्ग पर स्थित चौराहे पर आये दिन दुर्घटनाएं होती रहती है। क्षेत्रवासियों द्वारा आये दिन होने वाली दुर्घटनाओं के चलते बाईपास वाले वाहनों के दबाव को कम करने के लिए फ्लाई ओवर बनवाने की मांग निरन्तर लम्बे समय से की जा रही है। शहर के विकास एवं विस्तार के साथ ही बढ़ती आबादी के कारण इस मार्ग पर यातायात का भारी दबाव रहता है जिसके कारण हमेशा यातायात जाम का सामना करना पड़ता है।
महापौर ने बताया कि अधिकारियों को पूर्व में नक्शा, प्लान एवं स्थिति की पूर्ण जानकारी नहीं होने से स्थिति स्पष्ट नहीं थी। पूरे प्लान से अवगत कराने पर इन अधिकारियों ने फ्लाईओवर निर्माण की स्वीकृति शीघ्र देने का आश्वासन देते हुए कहा कि फ्लाईओवर के लिए निर्धारित नियमों की अनुपालना तथा समस्त व्यय निर्माणकर्ता एजेन्सी को स्वयं वहन करना होगा। इस पर उन्हें बताया गया कि नगर विकास प्रन्यास द्वारा प्रतापनगर चौराहे पर फ्लाईओवर के निर्माण का खर्च वहन करने की सहमति पहले ही दी जा चुकी है। बावजूद इसके नगर निगम से भी उसे संभव अपेक्षित सहयोग दिया जायेगा। डांगी ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण अध्यक्ष आर. पी. सिंह, केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं यातायात, भारत-सरकार डायरेक्टर जनरल सी. कण्डास्वामी, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण जनरल मैनेजर बी. एन. सहाय, केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं यातायात, चीफ इंजीनियर वीरेन्द्र कौल एवं अधीक्षण अभियन्ता पी. सी. माथुर से भेंट की।
Zinc smelter Debari Choraha ke Fly over Bridge ko power house se father School tak badaya jaye to aye din hone wale accident ko roka ja sakta hai our is ‘danger zone’ ke liye HZL se bhi sahayata ki apeksha ki ja sakti hai.