संतूर वादक पं. शर्मा भी आएंगे
उदयपुर। महाराणा कुंभा संगीत परिषद द्वारा 7 से 9 फरवरी तक भारतीय संगीत का 52 वां वार्षिक समारोह टाऊनहॉल स्थित सुखाडिय़ा रंगमंच पर होगा जिसका आसपास व सुदूर क्षेत्रों के संगीत प्रेमी कार्यक्रम को देख कर श्रवण कर सकेंगे।
कुम्भा परिषद के मानद सचिव डॉ. यषवन्त कोठारी ने पत्रकार सम्मेलन में बताया कि इस कार्यक्रम में प्रथम दिन 7 फऱवरी को डा. द्वय राजा राधा रेड्डी का कुचिपुड़ी नृत्य एवं सुविख्यात संतूर वादक पं. शिव कुमार शर्मा का संतूर वादन होगा, दूसरे दिन 8 फऱवरी को डा. अश्विनी भिड़े का गायन व उस्ताद आशीष खां का सरोद वादन व तीसरे दिन उस्ताद निशात ख़ां का सितार वादन व यथासंभव शोभना नारायण दल द्वारा कत्थक नृत्य कार्यक्रम की प्रस्तुेति दी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि इस नगर में इस संगीत सम्मेलन का प्रांरंभ संगीत के महापंडित व गायक स्व. पं. ओंकारनाथ द्वारा गायन की प्रस्तुति से हुआ था। उन के ही निर्देशन व आशीर्वाद से इसकी प्रारंभिक समिति का गठन हुआ और इस वार्षिक कार्यक्रम के माध्यम से संगीत के शौकीन ही नहीं, महापंडित व शास्त्रज्ञ महाराणा कुंभा को श्रद्धांजलि देने व षास्त्रीय संगीत के प्रचार प्रसार के इस अनवरत यज्ञ का प्रारंभ हुआ।
इस कार्यक्रम में देश के कई ख्यातनाम कलाकारों ने भाग ले कर महाराणा कुंभा को श्रद्धांजलि भी दी और उन के बारे में जाना समझा भी। आज महाराणा कुंभा के संगीत गं्रथों पर गंभीर षोध कार्य हो रहा है और इस क्षेत्र में भी उन के योगदान को देष विदेष में जाना पहचाना जा रहा है। यह एक विशेष उपलब्धि है।
महाराणा कुम्भा संगीत परिषद, उदयपुर में संगीत के प्रचार प्रसार के प्रति समर्पित ऐसी संस्था है जो सन् 1962 से प्रति वर्ष एक वृहद् षास्त्रीय संगीत सम्मेलन लगातार कर रही है जो जनसाधारण के लिए नि:षुल्क होता है। इस के अतिरिक्त समय समय पर संगीत गोष्ठियों के माध्यम से भी संस्था अपना अभीष्ट कार्य करती रही है जो वर्तमान में लगभग मासिक हो रही हैं और इस में राजस्थान व निकटवर्ती प्रदेषों के कलाकार भी आ कर अपनी कला का प्रदर्षन कर रहे हैं। गत एक वर्ष में ही लगभग 50 कलाकारों ने इन गोष्ठियों में अपनी कला का बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
इस प्रकार संतुलित गंभीरता से आमंत्रित इन कलाकारों से नगर में स्वस्थ व स्मरणीय सांस्कृतिक मनोरंजन की परंपरा के विकास व आगे बढऩे की पूरी आशा है और पूरी संभावना है कि हमेशा की तरह इस बार भी यह 52 वां वार्षिक महाराणा कुंभा समारोह दिनांक 7 से 9 फरवरी इस नगर की सांस्कृतिक ऐतिहासिक यात्रा में एक मील पत्थर साबित होगा।
अखिल भारतीय स्तर के इस समारोह में समारोह में कला एवं संस्कृति विभाग, केन्द्र सरकार, राजस्थान सरकार, इण्डियन ऑयल, स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया, रीको, एसबीबीजे, आरएसएमएम, फ्यूजन, इवेन्ट, सिंघल फाउण्डेशन, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र आदि सहित नगर के कई प्रतिष्ठाइनों के सहयोग एवं अनुदान से भी समारोह आयोजित हो रहा है।