उदयपुर। मेवाड़ की भारत प्रसिद्ध कृष्ण भक्त मीराबाई की प्रतिमा का सोमवार को दैत्यमगरी तिराहा स्थित पार्क में अनावरण किया गया। नगर निगम द्वारा वीणा हाथ में लिए भक्ति में लीन बैठी मीराबाई की निर्मित प्रतिमा का अनावरण राष्ट्रसेविका समिति की प्रमुख संचालिका शांताक्या ने किया।
उन्होंने कहा कि पश्चिमी संस्कृति और सभ्यता के भारत में बढ़ते प्रभाव से देश की युवा पीढ़ी भ्रमित हो रही है। ऐसी स्थिति में भारतीय परिवारों को अपने बच्चों को शुरू से ही संस्कारवान बनाने पर अधिक ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि देश को अग्रीम पंक्ति में खड़ा करने की जिम्मेदारी युवाओं पर ही है। युवा भारतीय मुल्यों के अनुरूप अपने जीवन में लक्ष्य के प्रति समर्पण की भावना रखकर आगे बढ़े तो निश्चित रूप से सफलता उनका वरण करेगी। उन्होंने कहा कि मीराबाई ने भक्ति के द्वारा ही शक्ति प्राप्त की और अनेक कठिनाइयों के बावजूद वे भक्ति के लक्ष्य पर आगे बढ़ती रही । उनके भजन आज हर घर में गाये जाते है।
समारोह को पावन सानिध्य उज्जैन स्थित वाल्मिकी धाम के महन्त बालयोगी उमेशनाथ महाराज का प्राप्त हुआ । उन्होंने कहा कि जहां भी महापुरूषों की प्रतिमाएं है उनका पूरा सम्मान होना चाहिये और उनकी गरिमा के अनुरूप प्रतिमा स्थल की सार-संभाल होनी चाहिये । समय-समय पर इन प्रतिमाओं की शुद्ध जल से सफाई होनी चाहिये । उन्होंने कहा कि भारत की ताकत भारत की पुरातन भारतीय संस्कृति है जिसके संरक्षण का कोई भी अवसर चूकना नहीं चाहिये।
इससे पूर्व महापौर रजनी डांगी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि मिश्रित धातु की इस प्रतिमा की पेडस्टल सहित कुल उचाई आठ फीट है। पेडस्टल रूबी एवं झांसी ग्रेनाइट पर बनाया गया है। इस पर कुल लागत आठ लाख रुपए आई है। समारोह को ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने भी सम्बोधित किया। अतिथि के रूप में सुगन देवी वर्डिया, नर्मदादेवी शर्मा, माया टण्डन, डॉ. अजीत गुप्ता व राधिका लढढा उपस्थित थी।