उदयपुर। लेकसिटी में नव संवत्सर 2071 समारोह खासे धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। इसके लिए अखिल भारतीय नववर्ष समारोह समिति, नगर निगम तथा आलोक संस्थान ने संयुक्त रूप से तीन दिवसीय नववर्ष महोत्सव मनाए जाने की घोषणा की है।
पिछले 38 साल से संयुक्त आयोजन के तहत मनाए जा रहे समारोह को अधिक व्यापकता प्रदान करने के लिए काफी परिवर्तन किए गए हैं। जिसमें सबसे महत्वपूर्ण बात जनभागीदारी सुनिश्चित कराने के लिए सभी समाजों को इसमें जोड़ा गया है। महोत्सव में इस साल हाथीपोल पर मेवाड़ के तीन प्रमुख शक्तिस्थलों से लाई गई ज्योति कलश संस्कृति एवं चेतना यात्रा रहेगी। जिसकी पहली यात्रा पारम्परिक रूप से श्रीनाथद्वारा से एकलिंगजी होते हुए हाथीपेाल तथा दूसरी यात्रा नांदेश्वर महादेव से तथा तीसरी यात्रा बोहरा गणेशजी से हाथीपेाल पहुंचेगी। जहां त्रिवेणी संगम होगा।
महोत्सव का उद्घाटन समारोह 29 मार्च को फतहसागर की पाल पर शाम छह बजे होगा। जहां पगड़ी सजाओ प्रतियोगिता आयोजित होगी। पगड़ी सजाओ प्रतियोगिता दो समूह में होगी। इसी के साथ नगर निगम की ओर से शहर की सफाई में सर्वाधिक योगदान देने वाले कर्मचारियों को सम्मान किया जाएगा। अगले दिन तीस मार्च को ज्योति कलश संस्कृति चेतना यात्रा निकाली जाएगी और देर शाम पौने आठ बजे गणगौर घाट पर रंगारंग कार्यक्रम, आतिशबाजी, दीपदान, गंगा आरती व वरूण पूजन भी यिका जाएगा। समारोह के तीसरे दिन शहर के विभिन्न चौराहों को सजा जाएगा। जगदीश मंदिर पर सूर्यदेव को अघ्र्य देकर पूजा की जाएगी। पांच हजार छात्र-छात्राएं ध्यानवेश पहनकर नवसम्वतसर की शुभकामना नीम, मिश्री काली मिर्च खिलाकर कराएंगे। हल्दी चंदन युक्त तिलक लगाकर पर्यावरण रक्षा का संदेश भी देंगे। सायं सात बजे दूधतलाई पर भव्य आतिशबाजी की जाएगी। साथ ही भव्य विद्युत सजावट की जाएगी। इससे पहले पाला गणेशजी से चैती एकम की सवारी निकाली जाएगी।