उदयपुर। पुष्पाजंलि फिल्म के बैनर तले मेवाड़ के परम्परागत त्यौहार गणगौर पर निकाली जाने वाली गणगौर की सवारी एवं गणगौर महोत्सव पर बनी डाक्यूमेन्ट्री का फिल्म का प्रीमियर 1 अप्रेल को भोईवाड़ा स्थित माली समाज के नोहरे में आयोजित किया जाएगा।
फिल्म के निर्माता-निर्देशक डॅा. विष्णु माली ने आज यहंा आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि 20 मिनिट की इस फिल्म को तैयार करने के पीछे मुख्य उद्देश्य मेवाड़ की लुप्त हो रही परम्परा को सुरक्षित रखना और युवा पीढ़ी को इससे अवगत कराना है। इस बैनर तले बनने वाली हिन्दी एवं राजस्थानी फिल्मों में स्थानीय कलाकारों को अवसर देना है। इसके साथ ही उनका यह उद्देश्य रहा है कि उदयपुर में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है इसलिये वे अभिनय, गीत, संगीत स्थानीय प्रतिभाओं को अवसर देना है। इस फिल्म में स्थानीय महिलाओं ने भी किरदार निभाया है।
फिल्म का फिल्मांकन एंव संपादन करने के साथ-साथ पाश्र्व संगीत जितेन्द्र माली ने दिया है। पिल्म का आरम्भ गणगौर के श्रृगांर से होता है,मध्यम भाग में राजस्थान में गणगौर की प्राचीन परम्परा को दर्शाने के लिए 16-18 वीं शताब्दी के भित्ति चित्रों के साथ-साथ बूंदी,मेवाड़ व जयपुर शैली के चित्रों को दर्शाया है। डॉक्यूमेन्ट्री फिल्म का अंतिम भाग बहुत ही मार्मिक एंव भावभरा है। इसके संगीत व छायांकन का सुन्दर संयोजन किया गया है। फिल्म का प्रत्येक दृश्य सुन्दर एवं खुबसूरती से फिल्माया गया है। फिल्म का संगीत जितेन्द्र माली, स्वर डॅा. सुदेशना पारिजा ने दिया। प्रबंधन लक्ष्मीनारायण टंाक,ग्राफिक खूशबू तलाच व स्पेशल इफेक्ट सौरभ व्यास ने दिये है। इस अवसर पर जितेन्द्र माली ने बताया कि शीघ्र पुष्पांजलि फिल्म्स के बैनर तले चित्तौड़ एवं जैसलमेर किले पर बनने वाली डाक्यूमेन्ट्री फिल्म में उनके एतिहासिक कलात्मक वैभव को फिल्माने के लिए एनिमेशन का भी उपयोग किया जाएगा।