आंगनवाडी के बच्चों में उत्साह
udaipur. उदयपुर के डीएवी स्कूल के बच्चों ने की मुलाकात वेदान्ता बाल चेतना आंगनवाड़ी केन्द्र के बच्चों से। देबारी ग्राम पंचायत के बीछड़ी और मोतीखेड़ा गावों में स्थित वेदान्ता बाल चेतना आंगनवाड़ी केन्द्रों में सुबह से ही तैयारियां चल रही थी। मौका था, उदयपुर डीएवी स्कूल के छात्रों के अध्यापकों सहित वहां आने का। बच्चों के साथ स्वयं प्राधानाध्यापिका सुश्री नीता गर्ग भी शामिल थी, आंगनवाड़ी के बच्चों से मिलने आ रहे थे।
डीएवी स्कूल के बच्चों के दो समूह बनाये गये। एक समूह बिछड़ी गांव के आंगनवाड़ी केन्द्र के बच्चों से मिलने पहुंचा तो दूसरा समूह मोतीखेड़ा आंगनवाड़ी केन्द्र के बच्चों से। दोनों आंगनवाड़ी केन्द्रों पर नाश्ते से पहले बच्चों ने प्रार्थना की। फिर सभी ने बैठकर नाश्ताो किया। डीएवी स्कूल के बच्चों ने आंगनवाडी के बच्चों के लिए एक रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें दो नाट्य, हाथों से पेन्टिंग, कागजों की नाव एवं एरोप्लेन, कागज के रंग-बिरंगें फूल बनाना शामिल रहा। नाट्य मंचन द्वारा पर्यावरण और प्रकृति के संदर्भ में तथा चीजों की उपयोगिता के बारे में जानकारियां दी गयी।
चार वर्षीय प्रकाश गमेती ने डीएवी स्कूल के बच्चों का हाथ पकडक़र कहा कि ‘‘मुझे भी स्कूल जाना है’। तीन वर्षीय पायल आगे चलकर चित्रकार बनना चाहती है। रेखा बड़ी होकर डीएवी स्कूल की प्रिन्सिपल जैसी बनना चाहती है। इन आंगनवाड़ी केन्द्रों के बच्चों की आंखों में कई सपने हैं और इन सपनों को साकार करने के लिए जरूरी है स्वस्थ शरीर व पौष्टिक आहार। हिन्दुस्तान जिंक ने राजस्थान में 1500 आंगनवाड़ी केन्द्रों को अपनाया है जिससे लगभग 50 हजार बच्चों को नियमित तौर पर पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जा रहा है। राजस्थान सरकार व हिन्दुस्तान जिंक की इस पहल से ना सिर्फ बच्चों को स्वास्थ्य लाभ मिल रहा अपितु उनकी स्वच्छता में महत्वपूर्ण बदलाव आया है। डीएवी स्कूल की प्रिन्सिपल नीता गर्ग ने कहा कि हमें ग्रामीण परिवेश और सामाजिक क्षैत्र मे कार्य करने के लियें आगे आना चाहिए।
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