नये सत्र के प्रवेश शुरू
दिया जायेगा कर्मकाण्ड व पूजा पद्धति का प्रायोगिक ज्ञान
उदयपुर। जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्व्विद्यालय के संघटक श्रमजीवी महाविद्यालय के अन्तर्गत संचालित ज्योतिष एवं वास्तु शास्त्र विभाग के नवीन विभाग एवं नये सत्र का शुभारंभ बुधवार को वैशाखी पूर्णिमा पर पूर्ण विधि विधान से पूजन कर किया गया।
संस्थान की विभागाध्यक्ष डॉ. अलकनन्दा शर्मा ने बताया कि संस्थान का शुभारंभ चांसलर प्रो. भवानीषंकर गर्ग, कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत क सानिध्य में किया गया। चांसलर प्रो. गर्ग ने कहा कि वैशाख मास सबसे शुभ महिनों में से एक है। जैसा कि हिन्दू धर्म ग्रन्थों में वैशाख मास को स्नान, दान, तप, व्रत, कथा आदि के श्रवण एवं आध्यात्मिक है। इस अवसर पर चांसलर सचिव डॉ. लक्ष्मीनारायण नन्दवाना, कुल प्रमुख भंवरलाल गुर्जर, निजी सचिव कृष्णकांत नाहर, घनश्या.मसिंह भीण्डर सहित अनेक ज्योतिष शास्त्र के विद्धान एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
कर्मकाण्ड व पूजा पद्धति : ज्योतिष एवं वास्तु शास्त्र विभाग द्वारा ज्योतिष एवं वास्तु के विभिन्न पाठ्यक्रमों का अध्ययन कराने के साथ साथ प्रायोगिक तथा व्यवहारिक ज्ञान भी दिया जायेगा। साथ ही कर्मकाण्ड व पूजा पद्धति के विभिन्न तरीकों को प्रायोगिक रूप से विभिन्न विद्धानों द्वारा कराया जाएगा। साथ ही समय समय पर संगोष्ठी व सेमिनारों का आयोजन भी किया जायेगा और अन्य ज्योतिष संस्थानों व वेधशालाओं का भ्रमण भी विभाग द्वारा कराया जाएगा।