10 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज, पहले भी हो चुकी है मारपीट
उदयपुर। शहर के प्रतापनगर थाना क्षेत्र में शनिवार सुबह आपसी विवाद में एक ही परिवार के सदस्यों में झगड़ा हो गया। जिसमें 10 लोगों ने तीन युवकों के साथ लठ और तलवार से जमकर मारपीट की। जिसमें एक युवक की चिकित्सालय लाते समय मौत हो गई।
घटना के बाद आरोपी फरार हो गए। चिकित्सालय में पोस्टमार्टम के दौरान दर्जनों की संख्या में लोग एकत्रित हो गए थे। जिससे मौके पर भारी जाब्ता लगाना पड़ा था। मृतक का पुलिस सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार करवाना पड़ा। पुलिस सूत्रों के अनुसार मांगीलाल (30) पुत्र भाना रेबारी निवासी लाडिय़ों का खेड़ा प्रतापनगर सुबह साढ़े छ: बजे गांव से अपने भाई रामलाल और एक मित्र बालू उर्फ वालूलाल पुत्र बद्रीलाल बंजारा के साथ बाईक पर सवार होकर शहर की ओर आ रहा था। इसी दौरान रास्ते में उसे कार में सवार उसी के ही परिवार के सदस्य मिल गए। जिनसे उनका रास्ते को लेकर विवाद चल रहा था। दोनों पक्षों के बीच पूर्व में झगड़ा और मारपीट हो चुका है और दोनों की ओर से थाने में प्रकरण चल रहे है। इसी बात को लेकर आरोपियों ने उसे रोक लिया और एक बार फिर से उसी विवाद को लेकर झगड़ा करना शुरू कर दिया। कुछ ही देर में यह विवाद बढ़ गया और आरोपियों ने ल_, तलवार और सरियों से हमला कर दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। शोर मचाने पर मौके पर घायल के परिजन आ गए और परिजन उसे तत्काल गाडिय़ों में डालकर एम.बी. चिकित्सालय में लेकर गए। जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घायलों को निजी चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया। घटना के बाद आरोपी फरार हो गए। इधर हत्या की सूचना मिलने पर मौके पर थाने से जाब्ता गया और आरोपियों के घरों पर दबिश दी।
दबिश में आरोपियों के नहीं मिलने पर पुलिस मोर्चरी में आई। जिसमें मृतक के परिजन ने आरोपी शंभू पुत्र नाथा रेबारी, गौतम पुत्र शंकर रेबारी, लाला पुत्र शंभू रेबारी, उदा पुत्र रामा रेबारी, अर्जुन पुत्र संग्राम रेबारी, मुकेश पुत्र जवाना रेबारी, मदन पुत्र हजारी रेबारी, हिरा पुत्र नाथ रेबारी, गोविन्द पुत्र बिजली रेबारी निवासी लाडिय़ों का खेड़ा और एक खादरा निवासी प्रतापसिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया। पोस्टमार्टम की कार्यवाही के दौरान ही धीरे-धीरे कर दर्जनों की संख्या मेंं लोग एकत्रित हो गए। लोगों ने इस घटना का विरोध करना शुरू कर दिया। गांव से आए लोगों का कहना था कि जब पूर्व में दोनों पक्षों के बीच विवाद चल रहा था तो पुलिस को कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए थी, परन्तु पुलिस ने ऐसा नहीं करके मात्र शांतिभंग में पाबंद करवा दिया था। लोगों के आक्रोश को देखकर मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर डॉ. राजेश भारद्वाज, डिप्टी गोवर्धनलाल, डिप्टी मुरलीधर किराडु के साथ-साथ के अधिकांश थानों के थानाधिकारी पहुंच गए। पुलिस ने लोगों में पुलिस के प्रति भडक़ रहे आक्रोश् को देखते जाब्ते के साथ समझाईश कर दी और कड़ी कार्यवाही का आश्वासन दिया। काफी देर की समझाईश के बाद आखिरकार मृतक के परिजन माने। इसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों के सुपुर्द किया और पुलिस जाब्ते के बीच अंतिम संस्कार करवाया।
गांव से गायब है आरोपियों के परिजन
इधर इस हत्याकांड के बाद से ही गांव से आरापी अपने परिजनों के साथ बोरियां बिस्तर बांधकर गायब हो गए थे। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए और किसी अनिष्ट की आशंका पर पुलिस ने गांव में जाब्ता तैनात किया है। इधर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस संभावित स्थानों पर दबिश दे रही है।