जिला कलेक्टर दौरा करेंगे बोटल नैक इलाके का
उदयपुर। शहर में बढ़ रहे यातायात दबाव को कम करने के लिए यूआईटी और जिला प्रशासन की ओर से पिछले कई दिनों से किए जा रहे कामों को देखते हुए अब यूआईटी को 90 दिनों में सडक़ों का काम पूरा करने का लक्ष्य दिया जाएगा। इसके लिए गुरूवार को यूआईटी में जिला कलेक्टर और यूआईटी अध्यक्ष इंजीनियरों की बैठक लेंगे और आवश्यक दिशा-निर्देश देंगे।
जिला कलेक्टर और यूआईटी चैयरमेन आशुतोष ए.टी. पेडणेकर पिछले कुछ समय से लगातार शहर में रोड़ नेटवर्क बढ़ाने का काम कर रहे हैं। इसके तहत शहर में कई स्थानों पर नई रोड़ बनाई गई है। अब जिला कलेक्टर पेडणेकर की ओर से यूआईटी के अधिकारियों को द्रुत गति से चल रहे सडक़ों संबंधी कामों को 3 माह में पूरा करवाएंगे। इसके लिए जिला कलेक्टर की ओर से गुरूवार को यूआईटी के इंजीनियरों की एक वृहद बैठक का आयोजन करेंगे जिसमें यूआईटी के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देंगे। बताया जा रहा है कि इसमें यूआईटी की ओर से शहर के ट्रॉफिक को कम करने के पूर्व में प्लान की गई सारी सडक़ों का निर्माण तय समय में पूरा करने के लिए निर्देशित करेंगे।
लोगों से मिले कई सुझावों पर होगा मंथन
जिला कलेक्टर आशुतोष ए. टी. पेडणेकर ने बताया कि शहर में नए रूट बनाने के लिए कई लोगों ने अपने-अपने सुझाव दिए है। इन सुझावों को गुरूवार को एकत्रित कर उन पर चर्चा की जाएगी। यूआईटी इंजीनियरों से चर्चा करने के बाद इन सुझावों को अमल में लाते हुए टेण्डर प्रक्रिया की जाएगी।
अब इस तरह से होगी प्लानिंग : शहर में रूट विस्तार के लिए पहले ही यूआईटी की ओर से टेण्डर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इस प्रक्रिया में कुछ दिनों का समय लगेगा। इस दौरान उस रूट पर आने वाली बाधाओं या मकानों को समझौते से हटाकर आवश्यक तोडफ़ोड़ कर रास्ता साफ कर लिया जाएगा। जैसे ही तोडफ़ोड़ पूरी होगी तो उधर यूआईटी में टेण्डर प्रक्रिया पूरी हो चुकी होगी और ठेकेदार को हाथों-हाथ ही वर्क ऑर्डर जारी कर दिया जाएगा ताकि तोडफ़ोड़ के बाद टेण्डर प्रक्रिया में लगने वाला समय बचेगा और तत्काल काम शुरू हो जाएगा। जिला कलेक्टर ने बताया कि रोड़ नेटवर्क के लिए यूआईटी की ओर से जो भी बजट रखा गया है, उसे पूरा खर्च किया जाएगा।
ई-टेण्डरिंग करने पर चर्चा : इधर इस बैठक में यूआईटी में जो टेण्डर होते है उसे इंटरनेट के माध्यम से भी जारी करने पर विचार होगा। इस प्रक्रिया से दूसरे ठेकेदार भी इंटरनेट पर देखकर उदयपुर आएंगे जिससे स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होने के साथ-साथ पुलिंग समाप्त होने के कारण यूआईटी को भी फायदा होगा।
आज दोपहर तक देखेंगे मौका : इधर गुरुवार को जिला कलेक्टर शहर में विभिन्न स्थानों पर जाकर मौका देखेंगे जिसमें बोटलनेक वाले स्थानों के साथ-साथ जहां से रोड़ निकालनी उस मौके को भी जाकर देखेंगे। इसके बाद यूआईटी में जनसुनवाई होगी और इसके बाद नई सडक़ों पर चर्चा होगी।
उदयसागर रिंग रोड़ बनाने पर विचार : इधर जिला प्रशासन अब शहर के समीप स्थित उदयसागर झील के चारों ओर रिंग रोड़ भी बनाने पर विचार कर रहा है। इसके लिए गुरूवार को जिला कलेक्टर मौका देखेंगे। उदयसागर की रिंग रोड़ बनने से इस झील के चारों ओर किए गए कब्जे भी समाप्त हो जाएंगे।