लावारिस छोड़े जाने वाले बच्चों के मानवीय पहलू का बोध कराती फिल्म
उदयपुर। आए दिन नवजात बच्चों को लावारिस छोड़े जाने की दिशा में समाज में जागरू•ता लाने दिशा में महेशाश्रम तथा स्टार एड मीडिया प्रा. लि. द्वारा निर्मित ‘फेंको मत, हमें दो’ वीसीडी फिल्मं का विमोचन रविवार को भुवाणा स्थित महेशाश्रम में महापौर रजनी डांगी ने किया।
महापौर ने कहा कि बालिका संरक्षण के लिए महेशाश्रम के प्रयासों का ही नतीजा है कि नवजात लावारिस बच्चों को नया जीवन मिल पा रहा है जिसे उन्हेंत समाज की मुख्यत धारा से जोड़ा जा सके।
उन्हों ने कहा कि लावारिस छोडऩे के बजाय महेशाश्रम जैसे सुरक्षित हाथों में छोड़े। संस्थान के संस्थाेपक- संचालक देवेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि नवजात शिशुओं विशेष कर कन्या हत्या को रोकने के उद्देश्य से चलाए जा रहे इस आश्रम में अब तक करीब 115 से अधिक शिशुओं की देखरेख कर उन्हें समाज में बेहतर जीवन प्रदान किया। साथ ही इस आश्रम के जरिए बच्चों को दत्ताक ग्रहण के माध्यम से दिया जाता है। हमारा विशेष प्रयास होता है कि कन्या भ्रूण हत्या के चलते समाज में गिरते बालक-बालिका लिंगानुपात को संतुलित रखने के लिए बालिकाओं को बचाया जा सके। इस फिल्म के माध्यम से हम समाज में इस संबंध में जागरूकता लाने का प्रयास करेंगे।