नारियल पानी, पाइनेपल जूस भी मुफीद
उदयपुर। राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय सिंधी बाजार में बुधवार को पथरी रोग निवारण शिविर लगाया गया जिसमें रोगियों ने चिकित्सा परामर्श लिया। चिकित्सीकों ने पथरी रोग में वरूण की छाल, गोक्षुर, नारियल पानी, पाइनेपल जूस, केला, बादाम, निंबू, गाजर, करेला आदि का सेवन करने से पथरी रोग से बचाव संभव है।
शिविर प्रभारी आयुर्वेद चिकित्साधिकारी डॉ. शोभालाल औदीच्य ने बताया कि अत्यधिक मांस, पालक, भिण्डी, स्ट्राबेरी, टमाटर, दूध, पनीर, मछली, अण्डा, लम्बी फली युक्त दालों से एवं रात्रि में भोजन करने व पानी कम पीने से पथरी होने की संभावना बढ़ जाती है। इससे बचने के लिए समय पर भोजन करना, भोजन के 1 घण्टे बाद अत्यधिक पानी का प्रयोग करना, छाछ, तरबूज, रात्रि में जल्दी भोजन करना चाहिए। शिविर में पथरी होने के कारण, बचने के उपायों पर पोस्टर प्रदर्शनी लगाई गई। शिविर में नर्स रुक्मिणी परमार, इंदिरा डामोर, शंकरलाल मीणा, गजेन्द्र कुमार आमेटा ने सेवाएं दी।