सिटी लेवल मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक
झीलों के सौंदर्यीकरण एवं रखरखाव पर हुई चर्चा
उदयपुर। संभागीय आयुक्त वैभव गालरिया की अध्यक्षता में संभागीय आयुक्त कार्यालय में आयोजित सिटी लेवल मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक में शहर की प्रमुख फतहसागर एवं पिछोला झील के सौंदर्यीकरण, रखरखाव, नावों का संचालन, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लान्ट, जेटी की स्थापना सहित राष्ट्रीय झील संरक्षण परियोजना के तहत किए जा रहे विभिन्न कार्यों की समीक्षा की गई।
संभागीय आयुक्त ने नगर निगम आयुक्त से कहा कि मुम्बइया बाजार के नजदीक स्थित जेटी पर ज्यादा भीड़भाड़ को देखते हुए वे फतहसागर में जेटी की स्थापना के लिए राजीव गांधी पार्क छोर पर जेटी की स्थापना के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करें। शहर की झीलों को जलकुम्भी मुक्त करने के लिए क्रय की गई डी-वीडिंग मशीन के उपयोग संभागीय आयुक्त ने कहा कि यदि शहर की झीलों की सफाई का कार्य कर लिया गया है तो मशीन को अन्य झीलों में भेजा जाए। उन्होंने निगम आयुक्त से कहा कि वे वर्षाकाल में अवरूद्घ नालों की साफ-सफाई का कार्य शीघ्र पूर्ण करवा लें।
बैठक में जिला कलक्टर आशुतोष पेंडणेकर ने शहर की झीलों के रखरखाव एवं सौंदर्यीकरण पर महत्वपूर्ण सुझाव दिये। उन्होंने कहा कि पिछोला झील में जंगल सफारी पार्क-मांजी का मंदिर-गणगौर घाट-दूधतलाई तक नाव संचालन का नया पर्यटन रूट खोलने के संबंध में विस्तृत प्रस्ताव तैयार किये जाएं। उन्होंने शहर में बेतरतीब एवं अनाधिकृत रूप से लगाए गए पोस्टर्स एवं बैनर को प्राथमिकता से हटाने के निर्देश नगर निगम आयुक्त को दिए। नगर निगम आयुक्त ने फतहसागर झील के पूर्व में लक्ष्मी विलास होटल की बाउण्ड्री के समीप खुली पडी़ भूमि के सौंदर्यीकरण, लेण्ड स्केपिंग, वॉल पेन्टिग सहित किये जा रहे विभिन्न सौंदर्यीकरण कार्यों की जानकारी भी दी।
बैठक में नगर विकास प्रन्यास के सचिव रामनिवास मेहता ने शहर के प्रमुख सीवरेज ट्रीटमेंट प्लान्ट में अब तक हुई प्रगति की जानकारी देते हुए बताया कि इसका करीब 50 प्रतिशत तक कार्य पूर्ण कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि दोनों प्रमुख झीलों के पुनर्विनियोजन प्रस्ताव वन एवं पर्यावरण मंत्रालय को प्रेषित किये गये हैं। फतहसागर में स्थापित फ्लोटिंग फाउण्टेन का संचालन एवं संधारण प्रन्यास द्वारा किया जा रहा है। वार्षिक रखरखाव के लिए शीघ्र ही निविदा आमंत्रित की जायेगी। बैठक में बताया गया कि हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड द्वारा एकलिंगपुरा ग्राम में स्थापित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लान्ट स्थापित कर दिया गया है एवं अप्रैल 2014 से वह कार्य करने लग गया है। दूध तलाई स्थित धोबीघाट एवं सुलभ शौचालय के लिए भूमि के प्रत्यावर्तन पर वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने सैद्घान्तिक स्वीकृति कुछ शर्तों के आधार पर दी गई है। इसके अलावा बैठक में दोनो झीलों में तैरती हुई पन्टून, नेहरू पार्क के सौंदर्यीकरण, सीसीटीवी कैमरे स्थापित करने, फतहसागर पाल पर निर्मित गैलरी के उपयोग आदि बिन्दुओं पर विस्तृत विचार विमर्श हुआ।