ग्रामीण महिलाओं के लिए उल्लेजखनीय कार्य कर रहा है वेदांता
उदयपुर। रोटरी क्लब उदयपुर व रोटरी मोक्षरथ ट्रस्ट द्वारा निर्मित रोटरी वेदान्ता मोक्षरथ जनता को एक समारोह में समर्पित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हिन्दुस्तातन जिंक के सीएसआर हेड सीएसआर मेहता थे।
अन्य अतिथियों में समाजसेवी मांगीलाल लुणावत, रोटरी क्लब उदयपुर के अध्यक्ष बी. एल. मेहता, रोटरी सर्विस ट्रस्ट के चेयरमैन पूर्व प्रान्तपाल निर्मल सिंघवी, सहायक प्रान्तपाल नक्षत्र तलेसरा, पूर्व प्रान्तपाल डॉ. यशवन्त सिंह कोठारी सहित ने जनता को समर्पित किया।
मेहता ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड वेदान्ता ग्रुप रोटरी क्लब के सेवा कार्यों के साथ जुड़कर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा है। हिदुस्तान जिंक अधिकांश रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में समाजसेवा के कार्य कर रहा है जिसमें मुख्य रूप से महिला सशक्तिकरण के लिए 450 स्वरोजगार महिला कार्यक्रमों के साथ 1500 आगनवाड़ी केन्द्रों पर महिलाओं के लिए कार्यक्रम चलाये जा रहे है। सभी को स्वास्थ्य लाभ व सभी शिक्षा मिले जैसे कार्यक्रमों को आगे बढ़ाते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में 3000 टॉयलेट बनवाए जा रहे है। उन्होनें बताया कि राज्य का पहला सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लान्ट का कार्य उदयपुर में चल रहा है जिसके पूर्ण हो जाने पर आयड़ नदी के पानी को स्वच्छ होने में मदद मिलेगी। जिंक निश्चित रूप से निकट भविष्य में रोटरी क्लब उदयपुर द्वारा किये जाने वाले सेवा कार्यों में सहयोग हेतु तत्पर रहेगा।
मोक्षरथ के संचालन हेतु कोरपस फण्ड में सहयोगी बने श्रीमती सुरजीत छाबड़ा, हेमन्त छाजेड़, मानिक नाहर, पूर्व प्रान्तपाल निर्मल सिंघवी, प्रेमकुंवर कुमट, वरूण मुर्डिया, डॉ. यशवन्तसिंह कोठारी, नरेन्द्र धींग, विनोद कुमट सहित अन्य सेवा सहयोगियों सुरेन्द्रसिंह, महेश शर्मा, जगदीश उम्मेदसिंह, राकेश वेदावत को सम्मानित किया गया।
नये सदस्य : पूर्व प्रान्तपाल निर्मल सिंघवी क्लब से जुड़े दो नए सदस्यों हेमन्त मेहता व नरेश बोलिया को शपथ दिलाकर क्लब की सदस्यता ग्रहण कराई। प्रारम्भ में क्लब अध्यक्ष बी. एल. मेहता ने बताया कि सत्र 2013-14 का ड्रीम प्रोजेक्ट आज पूर्ण हुआ। इस मोक्षरथ के संचालित होने के बाद अब जनता दुख की घड़ी में इसका पूर्ण उपयोग कर पायेगी। कार्यक्रम को पूर्व प्रान्तपाल निर्मल सिंघवी ने भी संबोधित किया। प्रारम्भ में श्रीमती राजेन्द्र चौहान ने ईश वंदना प्रस्तुत की जबकि अन्त में डॉ. यशवन्तसिंह कोठारी ने धन्यवाद दिया। सचिव सुरेन्द्र जैन ने अगले सप्ताह होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की।