रेल बजट पर कांग्रेस भाजपा की मिश्रित प्रतिक्रिया
उदयपुर। मोदी सरकार के पहले केन्द्रीय रेल बजट पर मिश्रित प्रतिक्रिया आई है। शहर जिला भाजपा ने इसे आधुनिकीकरण एवं सुरक्षा से परिपूर्ण बजट बताया तो व्या पार प्रकोष्ठ। ने विकसित देशों का बजट बताया। कांग्रेस ने मेवाड़ व राजस्थान की पूर्ण रूप से उपेक्षा का आरोप लगाया।
भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य तनवीरसिंह कृष्णावत ने कहा कि एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं रेलवे स्टेशन पर मिलना, अहमदाबाद से मुंबई तक बुलेट ट्रेन से लेकसिटी के लोगों को निश्चय ही फायदा होगा। पोस्ट ऑफिस से रेलवे टिकट मिलने से आमजन को आसानी होगी। साफ सफाई की मॉनिटरिंग सीसीटीवी से होगी। चार धामों को जोडऩे के लिए नई ट्रेनें घोषित की गई हैं। रेलवे में महिला व पुरुष कांस्टेबलों की भर्ती की जाएगी। साथ ही अब नेट से भी प्लेटफॉर्म टिकट मिल सकेगा। प्रकोष्ठ के विनोद बंसल आदि ने भी मोदी सरकार का आभार जताया।
पूर्व भाजपा देहात जिलाध्यक्ष गुणवंतसिंह झाला, देहात महामंत्री रोशनलाल जैन, देहात प्रवक्ता वीरेन्द्र सिंह सोलंकी व जिला मंत्री रामकृपा शर्मा ने रेल बजट को 21वीं सदी की समस्त सुख सुविधाओं से संपन्न रेल यात्राओं में देश की जनता को ले जाने की अभिनव पहल बताते हुए इसे अभूतपूर्व व क्रांतिकारी करार दिया।
शहर जिला भाजपा ने आधुनिकीकरण एवं सुरक्षा से परिपूर्ण बजट बताया। रेल यातायात के लिए प्रधानमंत्री मोदी की सोच का आगाज बजट में बताते हुए आने वाले समय में निश्चित रूप से रेल्वे में व्यापक सुधार होने का दावा किया गया। शांतिलाल चपलोत ने बजट को लोक कल्याणकारी, ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, महापौर रजनी डांगी ने भी देश को अतिआधुनिक रेल सुविधाओं से परिपूर्ण करने का मानस मोदी का बताया। भाजपा मीडिया संभाग प्रभारी चंचल कुमार अग्रवाल ने सुविधाजनक बताते हुए कहा कि पहली बार रेलवे के यात्री एवं माल भाड़े में किसी प्रकार की कोई वृद्धि नहीं की गई। आम यात्रियों के लिए पौष्टिक तैयार भोजन की व्यवस्था की गई है एवं वाई-फाई की सुविधा से रेल यात्रा कर रहे यात्रियों को काफी तकनीकी सहायता मिलेगी।
पूर्व सांसद रघुवीरसिंह मीणा ने कहा कि रेल बजट से उदयपुर और राजस्थान की जनता को बहुत आशाएं थी। संभाग व राजस्थान की जनता ने भाजपा को अपार जनसमर्थन देकर मिशन 25 को पूरा किया परन्तु केन्द्र सरकार ने उदयपुर व राजस्थान की जनता की जनभावनाओं के अनुरूप कोई भी घोषणा नहीं की। भाजपा ने चुनाव से पूर्व अच्छे दिन आने की बात कही थी अच्छे दिन तो नहीं आए, परन्तु महंगे दिन जरूर आ गए है। रेल किराया एवं माल भाडे़ में बजट से पूर्व ही वृद्धि कर दी । रेल बजट में पूरे राजस्थान को मात्र 3 ट्रेनें मिलीं। उदयपुर संभाग की इस बजट में पूरी उपेक्षा की गयी है। न नई ट्रेन मिली और न ही चेतक एक्सप्रेस और निजामुद्दीन एक्सप्रेस के फेरे बढा़ए और जम्मूतवी को अजमेर से उदयपुर तक बढा़ने की संभावना थी, परन्तु ये भी संभव नहीं हो पाया। उदयपुर-हिम्मतनगर आमान परिवर्तन के लिए भी पर्याप्त राशि का प्रावधान नहीं किया गया। हमनें पांच वर्ष के कार्यकाल के दौरान कई नई ट्रेनें चलाई और कई ट्रेनों के फेरे भी बढवाए थे। राजस्थान और उदयपुर की जनता के लिए ये बजट निराशाजनक है।
अच्छे दिनों का सपना दिखाकर उपेक्षा
उदयपुर देहात जिला कांग्रेस अध्यक्ष लालसिंह झाला, प्रवक्ता हेमन्त श्रीमाली, सचिव कमलसिंह चौधरी आदि ने निंदा करते हुए कहा कि राजस्थान की जनता द्वारा भाजपा को विधानसभा और उसके बाद लोकसभा चुनावो में सभी 25 सांसद जीताकर अच्छे दिनों के सपने के साथ भाजपा को समर्थन दिया लेकिन उसके बाद प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मंत्रिमण्डल के गठन में भी राजस्थान को नाममात्र का प्रतिनिधित्व देने के बाद अब रेल बजट में भी राजस्थान की उपेक्षा कर केन्द्र सरकार ने राजस्थान के प्रति अपनी सोच को सामने ला दिया। इन नेताओं ने कहा कि मेवाड़ जिसने सभी विधानसभा सीटों एवं लोकसभा सीटों पर भाजपा को पूर्ण बहुमत दिया उसके साथ भी छलावा करते हुए भाजपा नीत केन्द्र सरकार द्वारा महत्वपूर्ण रेल आमान परिवर्तन एवं रेलों के फेरे बढा़ने संबंधित भी कोई प्रस्ताव नहीं रखकर मेवाड़ की जनता के साथ विश्वासघात किया है। मेवाड़ की उपेक्षा पर भाजपा नेताओं एवं सांसद के कार्य के प्रति भी संदेह उत्पन्न हो रहा है कि सही ढंग से पैरवी नहीं होने से मेवाड़ की उपेक्षा हुई। इन नेताओं ने कहा कि रेल बजट मे एफडीआई का निरन्तर विरोध करने वाली भाजपा द्वारा अपनी सरकार के पहले बजट में एफडीआई को रक्षा के बाद अब रेल्वे में भी पिछले दरवाजे से अनुमति देकर अपनी कथनी और करनी को स्पष्ट कर दिया है।