देश के पहले आजीविका कौशल विकास केन्द्र का शुभारंभ
उदयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि देश को आगे ले जाने के लिए दो ही मार्ग है एक विकास और दूसरा गुड गवर्नेन्स, इसलिये हम सबको मिलकर प्रदेश के विकास में बाधक बन रहे जातिवाद, साम्प्रदायिकवाद और क्षेत्रवाद से लड़ना होगा।
राजे आज उदयपुर में ’आजीविका स्किल परियोजना’ के अन्तर्गत देश के पहले ’आजीविका कौशल विकास केन्द्र’ का उद्घाटन करने के पश्चात आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश में सबको रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाएगी। इसके बावजूद झगडे़ की स्थिति क्यों पैदा की जा रही है? मुख्यमंत्री ने कहा कि संकल्प के साथ विकास में व्यवधान पैदा करने वाले ऐसे लोगों के मंसूबों को कामयाब नहीं होने देना होगा, तब ही हम तरक्की की राह पर चलकर आगे बढ़ सकेंगे। वसुन्धरा ने उदयपुर के एसआईएस संस्थान में देश के पहले आजीविका कौशल विकास केन्द्र का शुभारम्भ किया। इसी के साथ राजस्थान देश का ऐसा पहला राज्य बन गया है जिसने आजीविका स्किल परियोजना की शुरूआत की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम युवाओं को रोजगार देने, उन्हें स्वरोजगार के जरिए आत्म निर्भर बनाने का काम आजीविका मिशन के तहत चालू कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश को प्रगति पथ पर आगे ले जाने के लिए दो ही प्रमुख मार्ग हैं गुड गवर्नेन्स और डवलपमेंट। इन्हीं के बल पर हमें प्रगति पथ पर आगे बढ़ना होगा। राजे ने कहा कि अभी राजस्थान की संस्कृति, महल तथा किले देखने आने वाले पर्यटक आने वाले समय में हमारे आर्थिक विकास तथा यहां के दक्ष नौजवानों का कौशल एवं उनकी सफलता देखने आएंगे। उन्होंने कहा कि पांच साल में 15 लाख युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के वादे पर हम खरा उतरेंगे। दुनिया बदल गई है। अब सरकारी व प्राइवेट नौकरी के साथ ही स्वरोजगार का जमाना आ गया है।
राजे ने कहा कि उदयपुर के बाद अब हम आने वाले तीन महिनों में राज्य के सभी 33 जिलों में ऐसे ही 200 आजीविका कौशल विकास केन्द्र स्थापित करेंगे। युवाओं को काबिल बनाने की दिशा में यह हमारा महत्त्वपूर्ण कदम होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को कौशल विकास से जोड़ने के लिए हमारी सरकार ने 40 कम्पनियों के साथ एमओयू किया है। इस अवसर पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गुलाबचंद कटारिया, मुख्य सचिव राजीव महर्षि, आरमोल के चेयरमैन मीठालाल मेहता, श्रम विभाग के शासन सचिव रजत मिश्र, आरमोल के प्रबंध निदेशक गौरव गोयल भी मौजूद थे।
सुरक्षित रहेगी रोडवेज में नौकरियां : मुख्यमंत्री
उदयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने स्पष्ट किया कि राजस्थान पथ परिवहन निगम के आधुनिकरण के फैसले से किसी भी स्तर पर किसी भी कर्मचारी और अधिकारी की नौकरी पर कोई आंच नहीं आएगी। उनकी नौकरियां सुरक्षित रहेंगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा इस दिशा में उठाया गया हर कदम नागरिकों को सस्ती, सुलभ और बेहतर सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य मात्र से प्रेरित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने अपने बजट भाषण में भी स्पष्ट तौर से कहा था और आज फिर दोहराती हूं कि चाहे राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम (रोडवेज) के बस स्टेण्ड का आधुनिकीकरण हो या राष्ट्रीयकृत मार्गों का डी-नोटिफिकेशन हो या फिर पीपीपी मोड पर शहरी क्षेत्रों में विद्युत वितरण की व्यवस्था हो, किसी भी स्तर पर, किसी भी कर्मचारी या अधिकारी की नौकरी पूर्ण रूप से सुरक्षित रहेगी।