उदयपुर। जगदीश मंदिर में रविवार मध्य रात्रि बंदूकों की सलामी के साथ भव्य आतिशबाजी के बीच कृष्ण जन्म होगा। सोमवार को अनेक सांस्कृतिक व धार्मिक आयोजन व भव्य दधिका महोत्सव का आयोजन होगा।
धर्मोत्सव समिति मेवाड़ के कार्यकर्ताओं की बैठक शिव कुमार भटनागर की अध्यक्षता में हुई।
इसमें 18 अगस्त को जगदीश चौक पर 28 वर्षों से मनाये जाने वाले भव्य श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर होने वाले कार्यक्रमों पर चर्चा की गई।
समिति के पंकज पालीवाल ने बताया कि जगदीश मंदिर के पुजारी जगदीश पुजारी के ओसरे में 17 अगस्त की रात अनेक पारम्परिक भजनों का गायन होगा। अनेक धार्मिक आयोजन भी होंगे। रात्रि को शयन आरती के बाद मन्दिर के पट बंद कर दिए जाएंगे। भगवान श्रीकृष्ण के जन्म पर हाथी घोडा़ पालकी जय कन्हैयालाल की, आतिशबाजी के साथ भगवान का जन्म को मनाया जाएगा। जगदीश मंदिर पर विशेष लाइटिंग से सजावट की गई है।
श्रीकृष्ण के जन्म पर विशेष प्रसाद भक्तों को बांटा जाएगा। अगले दिन भगवान के जन्म में उपलक्ष्य में अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। लोगों में बधाई देने का क्रम शुरू हो गया।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी समिति के संयोजक भूपेन्द्रसिंह भाटी ने बताया कि इस बार विशेष राधाकृष्ण की रासलीला का मंचन भी किया जाएगा। जगदीश चौक पर भव्य लाइटिंग की जाएगी। शहर के विभिन्न क्षेत्रों से 8 दलों को दधिका महोत्सव में प्रवेश दिया गया है। गणगौर घाट, गडि़या देवरा, भट्टियानी चौहट्टा, पूर्व विजेता जगदीश चौक, घण्टाघर, कुम्हारवाड़ा, शूलधारिणी सेना, गोवर्धन विलास, पंचवटी के 21 वर्ष से अधिक के प्रतियोगी प्रतियोगिता में भाग लेंगे। दधिका मटकी फोड़ में विजेताओं को पेसिफिक यूनिवर्सिटी की ओर से 21,111/- रूपये व छात्रसंघ के चुनाव में विद्यार्थी परिषद् के उम्मीदवार देवेन्द्र सिंह चुण्डावत द्वारा 11,000/- रुपए का इनाम विजेता दल को दिया जावेगा। भाग लेने वाले सभी प्रतियोगियों को सनराईज ग्रुप इंस्टीट्यूट द्वारा बनियान दी जा रही है जो अलग-अलग दल के 30 सदस्यों के समुह को अलग-अलग रंगों के होंगे। छोटे बच्चों को प्रोत्साहन के लिए अलंकार ज्वैलर्स की ओर से भाग लेने वाले सभी बच्चों को तस्वीर व इनाम दिये जाएंगे। इस अवसर पर विदेशी कलाकारों द्वारा भी श्री कृष्ण पर नृत्य प्रस्तुत किये जाएंगे।
मरणोपरान्त समाजसेवा के लिए उत्कृष्टए कार्य करने वाले लीलाधर कुमावत का सम्मान किया जाएगा। भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा में महाआरती के माध्यम से रथ यात्रा को भव्य बनाने में अपना विशेष सहयोग देने वाले आलोक संस्थान के प्रबन्धक डॉ. प्रदीप कुमावत का भी समिति द्वारा सम्मान किया जाएगा।