मां ने ही कुएं में फेंका था अक्षरा को
उदयपुर। पुलिस ने उदयपुर से दूर साकरोदा गांव में 10 दिन पूर्व बाइस माह की अक्षरा की कुएं में फेंककर हत्या के मामले का राजफाश कर दिया है। मां की ममता को शर्मसार करते हुए उसकी मां ने ही कुएं में उसे जिन्दा फेंक दिया था। इसका कारण उसका तीन पुत्रियां होना बताया गया है।
उल्लेखनीय है कि साकरोदा में उपसरपंच की 22 माह की पौत्री अक्षरा की पुलिस ने अपहरण कर आशंका जताई थी। अक्षरा की मां ने भी पुलिस को गुमराह करने के लिए उसके अपहरण की सूचना दी थी। उल्लेखनीय है कि साकरोदा गांव से गत शुक्रवार से अक्षरा गायब थी। रात भर तलाश के बाद मासूम का शव घर से 100 मीटर दूर कुएं में मिला था। कोटा में रूद्राक्ष के बाद अक्षरा का दूसरा मामला होने के कारण पुलिस भी सरगर्मी से अक्षरा के मामले का राजफाश करने में लगी थी। हालांकि पहले ही पुलिस को परिजनों पर संदेह था लेकिन कभी दो बाइक सवारों के कस्बेा में घूमने, फिर उनके बच्चीा को ले जाने आदि की बातों ने पुलिस को काफी गुमराह किया। पहले अक्षरा के गायब होने पर डॉग स्क्वायड भी घर के 300 मीटर की रेंज में ही घूमते रहे और घर के पीछे ही कुएं में अक्षरा का शव मिला।
पुलिस का संदेह इसलिए भी पुख्ता हुआ कि 22 माह की अक्षरा चलकर कुएं तक नहीं जा सकी। अगर उसका अपहरण होता तो वे उसे ले जाते न कि उसका शव छोड़ जाते। पुलिस अधीक्षक अजयपाल सिंह लाम्बा के नेतृत्व में पुलिस ने कड़ी मेहनत कर आखिर हत्या का राजफाश कर दिया। हत्या की आशंका इसलिए भी पुख्ताि हो गई कि कुआ कांटों से ढका था। अगर अक्षरा गिरती तो कांटे हिलने चाहिए थे लेकिन कांटे बिल्कुल व्यवस्थित थे। पुलिस ने अक्षरा की मां को गिरफ्तार कर लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।