नवजातों की ढूंढ, सामूहिक शोक निवारण
उदयपुर। शहर में रंग पर्व की धूम रही। युवाओं ने चेहरे जमकर बदरंग किए वहीं समाजों में सामूहिक ढूंढोत्सहव हुए तो सामूहिक शोक निवारण का आयोजन भी हुआ। होलिका दहन के बाद से ही रंग पर्व की धूम शुरू हो गई।
असली रंगत सुबह जमी जब युवा व बच्चे हाथों में पिचकारियां, पक्केक कलर लेकर घर से निकल पड़े। दोस्तोंव के घर पहुंचकर रंगों से सराबोर किया। हर उम्र के लोगों ने त्योघहार का आनंद लिया। युवाओं वे बच्चोंव में खासकर उत्साेह रहा। युवाओं की टोली होली है की गूंज के साथ भ्रमण करती रही। राह में आते जाते जाने-अनजाने सभी को गुलाल अबीर से रंग दिया। घरों में भी लोगों ने होली खेली। गुलाल इतनी उड़ी कि चेहरे तो क्याी सड़कें भी रंगों से सराबोर रहीं। जगह जगह धुलेण्डीत पर रह रहकर जाम लगते रहे। विभिन्नट समाजों में नवजातों का सामूहिक ढूंढोत्सजव और शोक निवारण कार्यक्रम भी हुए।