सुप्रकाशमति माताजी का सानिध्य
उदयपुर। श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा हिरण मगरी से.11 स्थित आदिनाथ भवन में राष्ट्र संत गुरू मां सुप्रकाशमति माताजी के सानिध्य में 6 दिवसीय योग, प्राणायाम एवं ध्यान शिविर प्रारम्भ हुआ।
शारीरिक, मानसिक एवं तनाव से मुक्ति पाने हेतु उक्त शिविर का आयोजन किया जा रहा है। प्रात: 5 से 7 बजे चलने वाले इस शिविर में शिविर में प्रथम दिन ही श्रावक-श्राविकाएं भाग लेने के उमड़ पड़ी। शिविर में माताजी ने योग एंव प्राणायाम के जरिये किस प्रकार मानसिक अशान्ति, शारिरीक व्याधियों को दूर किया जा सकता है। इस पर गहनता से प्रकाश डाला। इस अवसर पर आर्यिका सुप्रकाशमति माताजी ने कहा कि ध्यान एक प्रक्रिया है जो मनुष्य के जीवन में आवश्यक है। वर्तमान में मानव अपनी आवष्यकताओं की पूर्ति के लिए भागता दौड़ता है इसलिए मानसिक अशांति होती है। मानसिक संतुलन बनाए रखने के लिए प्राणायाम ध्यान योग आवश्यक है।
शरीर को फ्लेक्सीबल और मन को शांत रखने के लिए बुद्धि को सुचारू चलाने के लिए चेतना का अनुभव करने की प्रारंभिक क्रियाएं हैं। प्राणायाम-ध्यान-योग। शरीर के रोगों से मुक्ति पाने के लिए योग आवश्यक है। जीवन में चेतना का अनुभव करने के लिए ध्यान आवश्यक है। सहज और सरल जीवन जीने के लिए प्राणायाम, ध्यान, योग, जीवन का आधार स्तम्भ है। आज सुबह 5 बजे सेक्टर 11 स्थित आदिनाथ भवन में ध्यान, योग, प्राणायाम का लाभ उठाने के लिए षिविरार्थी पहुंचे एवं ओम का ध्यान करते हुए पूरे भवन को ओम की ध्वनि से गुंजायमान कर दिया। पंच परमेष्ठि वाचक ओम का ध्यान करते हुए सभी को महसूस हुआ मानों कैलास पर्वत पर भगवान आदिनाथ के चरणों में बैठकर ध्यान कर रहे हैं। सभी शिविरार्थियों ने अपने आपको कैलास पर्वत पर पाया और आनंदचित्त होते हुए प्रसन्नता का अनुभव किया। अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि शिविर सुबह 5 बजे आरंभ हुआ जो 7 बजे समाप्त हुआ। महामंत्री रोशन गदावत ने बताया कि शिविर 12 अप्रेल तक चलेगा।