भुवाणा देवेन्द्र धाम में धार्मिक नैतिक संस्कार
उदयपुर। श्री जैनाचार्य देवेन्द्र महिला मण्डल द्वारा आयोजित किये गये 11 दिवसीय 13 वें जैन धार्मिक नैतिक संस्कार शिविर का आज भुवाणा रोड़ सिथत देवेन्द्र धाम में बच्चों की गीत-संगीत की रंगारंग प्रस्तुतियों के साथ शिविर का समापन हुआ।
मुख्य अतिथि महापौर चन्द्रसिंह कोठारी, विशिष्ट। अतिथि समाजसेवी किरणमल सावनुसखा, इन्दरसिंह मेहता, रंजना मेहता थे। मण्डल अध्यक्ष सुधा भण्डारी ने बताया कि समापन समारोह में बच्चों द्वारा शिविर के दौरान सीखी अपनी कलाओं का प्रदर्शन में उनकी परछाई दिखाई दी। कार्यक्रम में बालिकाओं ने ‘मम्मी-मम्मीं मुझको..’ नामक लघु नाटिका प्रस्तुत की। शिविर के दौरान रेन्शी राजकुमार मेनारिया द्वारा सिखायी मार्शल आर्ट कूडो का बालक-बालिकाओं ने प्रदर्शन किया तो दर्शकों ने तालियों के साथ उत्साहवर्धन किया। शिविरार्थियों ने कार्यक्रम में योग कलाओं का भी प्रदर्शन किया। बालिकाओं ने संगीतमय नवकार मंत्र का जाप किया। नृत्य का प्रशिक्षण लेकर बच्चों ने ‘केसरिया बालम आवो नी पधारो म्हारे देस..’ गीत पर नृत्य की प्रस्तुति दी।
मण्डल की मंत्री ममता रांका ने बताया कि बच्चों ने ‘भक्ति की है रात दादा आज थ्हाने आणो है..’, ‘वदंन मेरा लीजिए, महाश्रमण गुरूराज..’ गीत पर पर नृत्य की प्रस्तुति दी। रांका ने बताया कि शिविर में इस वर्ष 140 बच्चों ने भाग लिया। मुख्य अतिथि चन्द्रसिंह कोठारी ने बच्चों द्वारा शिविर के दौरान तैयार पेन्टिग का अवलोकन करने के बाद कहा कि बच्चों द्वारा जो भी बनाया जैसा भी बनाया, वह महत्वपूर्ण नहीं है, महत्वपूर्ण यह है कि शिविर में उनके उस रूझान का पता चला जिस पर वे जीवन में आगे बढ़ सकते हैं। बच्चों को उसी रूणन के अनुरूप आगे बढ़ाना चाहिये ताकि उनकी प्रतिभा निखरकर सामने आ सकें।
प्रारम्भ में मण्डल अध्यक्ष सुधा भण्डारी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए मण्डल द्वारा किये जा रहे कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की। समारोह में बच्चों ने शिविर के दौरान प्राप्त किये अपने संसकारों के अनुभवों को बांटते हुए कहा कि यह शिविर उनके जीवन की दिशा बदलने में उपयोगी साबित होगा। समारोह का संचालन श्रीमति कमलेश ने किया एंव उद्घाटन रंजना मेहता ने किया।
ममता रांका ने वर्ष भर किये गये कार्यों की जानकारी दी। पिछले लम्बे अर्से से सेवा कार्य कर रहे समाज सेवियों का सम्मान किया गया। शिविर में सहयोग करने वाले योग गुरू अशोक प्रेमलता जैन, धार्मिक अध्ययन व नैतिक संस्कारो का बीजारोपण करने वाले परमेश्वर पोरवाल, राजकुमारी पोरवाल, नृत्य प्रशिक्षण देने वाले रीतू नावेडिय़ा, ललिता बाफना, मीनू छाजेड़, शीतल जोशी, शुभम चित्तौड़ा ने आत्म रक्षा एवं जूड़ो-कराटे के प्रशिक्षक राजकुमार मेनारिया, ड्राइंग व पेपर आर्ट का प्रशिक्षण देने वाली नेहा कोठारी, प्रज्ञा, सपना जैन व चिन्मय को भी सम्मानित किया गया।
पांच छात्राओं को मिलेगी छात्रवृत्ति : रांका ने समारोह में घोषणा करते हुए कहा कि देवेन्द्र महिला मण्डल की ओर से पांच जैन बालिकाओं को उच्च स्तरीय शिक्षा हेतु प्रतिवर्ष छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। इस अवसर पर इन्द्रा चोरडिय़ा, तरूणा सागर, कोमल जैन, संध्या नाहर, मंजू मेहता, सुषमा मेहता, जूली जैन, रंजना जैन, ललिता जैन, स्नेहा सिसोदिया, रेखा चोरडिय़ा, सुनीता सागर, अंजली जैन ने शिविर में सेवायें दी।