दर्पण सभागार में दो बाल नाटकों का मंचन आज
उदयपुर। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से बागोर की हवेली में आयोजित ‘‘बाल नाट्य कार्यशाला’’ का समापन शनिवार शाम शिल्पग्राम के दर्पण सभागार में दो बाल नाटकों ‘‘भूत नगरी’’ तथा ‘‘जूता आविष्कार’’ के मंचन से होगा।
केन्द्र निदेशक फुरकान खान ने बताया कि बच्चों में छुपी कला प्रतिभा को उभारने तथा उनमें रचनामकता को बढ़ावा देने के लिये केन्द्र द्वारा 5 से 20 जून तक बागोर की हवेली में बाल नाट्य कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में शहर के पचास से ज्यादा बच्चों ने भाग लिया। कार्यशाला में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के पूर्व छात्र व प्रसिद्ध नाटककार रंगकर्मी गुलशन वालिया तथा सहायक वर्तिका तिवारी द्वारा नाट्य विधा के विभिन्न तत्वों का प्रशिक्षण दिया तथा बच्चों को ले कर दो बाल नाटकों पर कार्य किया जिसमें गायन, वादन, अभिनय, रूप सज्जा, मंच सज्जा जैसी मूलभूत बातों की जानकारी देने साथ उनका अभ्यास करवाया गया। समापन पर शनिवार शाम 7.00 बजे दर्पण सभागार में श्री गुलशन वालिया द्वारा लिखित व निर्देशित बाल नाटक ‘‘भूत नगरी’’ तथा रवनीन्द्र नाथ टैगोर की कहानी पर आधारित व लईक हुसैन द्वारा रचित तथा वर्तिका तिवारी व प्रबुद्ध पाण्डे द्वारा संयुक्त रूप से निर्देशित नाटक ‘‘जूता आविष्कार’’ का मंचन किया जायेगा।
योगाभ्यास व योगाधारित लोक नृत्य प्रदर्शन 21 को : विश्व योग दिवस के अवसर पर पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा हवाला गांव स्थित ग्रामीण कला परिसर शिल्पग्राम में दो विशेष आयोजन करने जा रहा है जिसमें योगाभ्यास व योगाधारित लोक नृत्यों का प्रदर्शन उदयपुर के कला रसिकों को देखने को मिल सकेगा।