निशुल्क ज्योतिष शिविर
उदयपुर। चक्र साधना ज्योतिष केंद्र द्वारा तीन दिवसीय निःशुल्क हस्तरेखा शिविर का उदघाटन राजश्री पैलेस होटल में हुआ। मुख्य अतिथि सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. आइ्रवी त्रिवेदी ने किया।
यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार आरपी शर्मा, बीएसएनएल के जेके दयाल मौजूद थे। शिविर में दुबई से आये हस्तरेखा विशेषज्ञ एस्ट्रो दादा के नाम से मशहूर अशोक भाटिया और एस्ट्रोलोजर विद्या जे शिविर में लोगों की हस्तरेखा देखकर उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे।
प्रो. त्रिवेदी ने कहा कि हस्तरेखा विद्या समय की मांग बनती जा रही है हमारी नई पीढ़ी जो इस विद्या से अनभिज्ञ है उसको भी इसकी जानकारी देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हम यह प्रयास कर रहे है कि कॉलेजों में भी हस्तरेखा पर पाठ्यक्रम शुरू करें ताकि आने वाली पीढ़ी इसको करीब से जान सके।
त्रिवेदी ने कहा कि छात्र साइंस लेते है डांस की क्लास जॉइन करते है मगर अब ज्योतिष की तरफ भी छात्रों का रुझान देखने को मिल रहा है हम ज्योतिष का पाठ्यक्रम चला कर छात्रों में धनात्मक ऊर्जा पैदा करना चाहते है। इसके लिए हम छात्रों को ज्योतिष विद्या का पेपर करवाएंगे। त्रिवेदी ने कहा कि इस सन्दर्भ में हमारी सरकार से वार्ता चल रही है और जुलाई अगस्त में हम इन पाठ्यक्रमों में लाने का पूरा प्रयास करेंगे।
रजिस्ट्रार आर. पी. शर्मा ने कहा कि ज्योतिष विद्या से नक्षत्रों की पहचान होती है जन्मकुंडली आकाश को देखकर भी बनाई जा सकती है मगर ग्रहों के योग देखने के बाद ही ज्योतिष किसी निष्कर्ष पर पहुंचा सकते है। गृह प्रत्यक्ष प्रमाणित है मगर ज्योतिष विद्या काफी कठिन है। उन्होंने कहा कि ज्योतिष के माध्यम से मार्गदर्शन मिलता है साथ ही ग्रहों की दशा का भी पता लगता है। हस्तरेखा प्रत्यक्ष है।
इस अवसर पर जे. के. दयाल ने भी कहा कि हस्तरेखा से जीवन की गाडी आगे बढाती है मगर कर्म से रेखाएं बदलती है। हस्तरेखा एक विज्ञान है और इंसान के कर्म हस्तरेखा को बदलते है। पंकज शर्मा ने कहा कि हम सभी सुखों के पीछे भागना चाहते है। राशि एक हो सकती है मगर कर्म हमेशा अलग-अलग होते है। उदघाटन समारोह का संचालन रविन्द्र सिंह राणावत ने किया और धन्यवाद की रश्म एस्ट्रो विद्या जे ने अदा की।