उदयपुर। जिला कलक्टर रोहित गुप्ता ने शहर में धड़ल्ले से हो रहे पॉलिथिन के उपयोग एवं बिक्री की रोकथाम के लिए प्रदूषण नियंत्रण मण्डल एवं जिम्मेदार विभाग को सख्त कार्रवाई कर दोषी व्यापारियों के विरुद्व प्रकरण दर्ज कराने के आदेश दिए।
सख्ती बरतने के निर्देश दिए। वे सोमवार को जिला पर्यावरण समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने शहर में वाहनों से फैल रहे प्रदूषण एवं कार्बन की रोकथाम के लिए परिवहन विभाग को यूआईटी के खर्चे पर शहर में प्रदूषण जांच हेतु मशीनें स्थापित कर सभी तरह के वाहनों की जांच कराने का जिम्मा दिया साथ ही कहा कि यदि किसी एजेन्सी ने वाहन को पीयूसी (पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल) का गलत सर्टिफिकेट जारी किया है तो उस एजेन्सी के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाये।
कलक्टर ने अवैध खनन एवं बजरी परिवहन की रोकथाम के लिए प्रमुख स्थलों का चिह्नीकरण करते हुए वहां खान विभाग के व्यय पर वीडियो कैमरे स्थापित करने के निर्देश देते हुए उसकी वीडियो क्लिप समीपवर्ती पुलिस स्टेशन को मुहैया कराने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण मण्डल को प्रदूषण फैलाने वाली औद्योगिक इकाइयों के खिलाफ सख्ती बरतने तथा उनके बिजली पानी के कनेक्शन काटने को कहा। बैठक में चरागाह एवं राजस्व भूमि को अवैध कब्जों से मुक्त करने को लेकर कलक्टर ने कहा कि यूआईटी के मार्फत ऐसी भूमि का चिह्नीकरण कर वहां सघन वृक्षारोपण कराया जाये।
कलक्टर ने शहर के समीपवर्ती पहाडि़यों पर बाउन्ड्रीवाल बनाने को लेकर इसके प्रस्ताव वन विभाग को बनाकर खान विभाग को मुहैया कराने के निर्देश दिए। उन्होंने शहर के प्रमुख चौराहों पर प्रदूषण घनत्व का दर्शाने वाली डिस्प्ले स्क्रीन लगाने के निर्देश प्रदूषण नियंत्रण मंडल को दिए। बैठक में समिति सदस्य एवं उप वन संरक्षक (उत्तर) ओ.पी.शर्मा ने बताया कि वर्षाकाल के दौरान इस वर्ष करीब 36 लाख पौधारोपण का लक्ष्य रखा गया हैं जिसमें 22.14 लाख वन विभाग द्वारा जबकि 14.11 लाख पौधे स्वयंसेवी संस्थाओं एवं अन्य विभागों के माध्यम से रोपे जाएंगे। उन्होंने सभी विभागों से तय समय में पौधे नर्सरीज से लेकर अभियान चलाने का आग्रह किया। बैठक में एडीएम (सिटी) ओपी बुनकर, पुलिस उपाधीक्षक अनंत कुमार, उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक विपुल जानी, जिला शिक्षा अधिकारी भरत मेहता, शिवजी गौड़, अधीक्षण अभियंता (यूआईटी) संजय शर्मा सहित प्रदूषण नियंत्रण, खान, कृषि आदि विभागों के अधिकारी मौजूद थे।