ढाई हजार वर्गमीटर कृषि भूमि पर भू रूपांतरण की जरूरत नहीं
उदयपुर। 2500 वर्गमीटर तक की कृषि भूमि पर लघु उद्योग लगाने के लिये भू रूपान्तरण की जरूरत नहीं है। जिला प्रशासन प्रमाण पत्र जारी करेगा कि उक्त भूमि पर लघु उद्योग लगाने की अनुमति प्रदान की जाती है एवं भू रूपान्तरण की आवश्यीकता नहीं है जिससे उद्यमी को बैंक लोन एवं सभी सरकारी विभागों से अनुमति मिल सके।
ये घोषणा जिला कलक्टर रोहित गुप्ता ने यूसीसीआई में की। वे मासिक औद्योगिक एवं व्यावसायिक समस्या निराकरण शिविर के अध्यक्ष के तौर पर उद्यमियों को संबोधित कर रहे थे। मादड़ी औद्योगिक क्षेत्र के आईटी पार्क क्षेत्र की साफ सफाई एवं रख रखाव की सराहना करते हुए जिला कलक्टर ने उद्यमियों से उद्योग के आसपास साफ सफाई रखने एवं पेड़ पौधे लगाकर उद्योग क्षेत्र को हरा भरा बनाने की अपील की।
वरिष्ठल उपाध्यक्ष हंसराज चौधरी ने विभिन्न उद्योगो से प्राप्त समस्याओं को विभागानुसार रखते हुए सम्बन्धित विभाग से अब तक हुई प्रगति का विवरण प्रस्तुत करने का आग्रह किया। संचालन मानद महासचिव जतिन नागौरी ने किया। पूर्वाध्यक्ष बीएच बापना, कोमल कोठारी, रमेश चौधरी, केएस मोगरा, वीरेन्द्र सिरोया आदि यूसीसीआई सदस्यों ने भी सुझाव व्यंक्त किए।