पथराव में एसडीएम, एसएचओ घायल
उदयपुर। जिले के भीण्डर थाना क्षेत्र में महिला की हत्या कर पांव काटकर कड़े निकालकर शव को कुएं में फेंकने की घटना के बाद तनाव हो गया। महिला के परिजनों और समाज के लोगों ने घटनास्थल के पास ही मौजूद कालबेलिया समाज के लोगों को बंधक बनाते हुए घरों में आग लगा दी।
मौके पर गए पुलिस जाब्ते ने बीच-बचाव करने का प्रयास किया तो सैकड़ों लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया जिससे उपखण्ड अधिकारी के साथ-साथ पुलिस अधिकारी और जवानों भी पत्थर लगने से घायल हो गए। उपद्रवियों ने भीण्डर चिकित्सालय के बाहर खड़ी एक पुलिस की गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया। घटना के बाद मौके पर सुबह से ही आस-पास के थानों के साथ-साथ कंट्रोल रूम, पुलिस लाईन और एमबीसी का जाब्ता भेजा गया। चित्तौडग़ढ़ से भी पुलिस जाब्ता बुलाया गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार चोल निवासी मीना (22) पत्नीे उदा रावत शुक्रवार को अपने पीहर चौहानों का खेड़ा गांव गई थी। जहां से रात्रि को पुन: अपने ससुराल के लिए रवाना हुई थी। रास्ते में सुनसान क्षेत्र में वह शौच के रूकी थी। आरोप है कि पास ही रह रहे कालबेलिया समाज के लोगों ने महिला की हत्या कर दी। आरोपियों ने हत्या करने के बाद महिला के पांव में पहने कड़ों को निकालने के लिए पांवों का काट दिया और बाद में शव को पत्थरों से बांधकर पास ही स्थित कुएं में फेंक दिया। महिला के दोनों कटे पांव कुएं के पास में ही पड़े थे। रात्रि को महिला के परिजन उसे तलाशने के लिए निकले, परन्तु महिला का पता नहीं चला। सुबह एक कपड़े में महिला के दोनों पांव मिले। यह देखकर लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया।
सैकड़ों लोगों ने पास ही स्थित कालबेलिया समाज के घरों पर हमला कर दिया। यह देखकर थानाधिकारी हिमांशु सिंह ने उच्चाधिकारियों को बताया। लोगों ने पुलिस से धक्का-मुक्की कर दी। पुलिस ने लठ मारने शुरू किए तो इन लोगों ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। मौके पर मौजूद वल्लभनगर उपखण्ड अधिकारी मुकेश कलाल और थानाधिकारी भीण्डर हिमांशुसिंह भी पत्थर लगने से घायल हो गए। मौके पर पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल भी पहुंचे। उपद्रवियों ने भीण्डर चिकित्सालय के बाहर खड़ी पुलिस की एक गाड़ी में आग लगा दी। बाद में पुलिस ने लाठियां भांजकर इन लोगों को वहां से भगाया और एक के बाद एक करते हुए दर्जनों की संख्या में लोगों को उठाया।