उदयपुर। रोटरी क्लब उदयपुर एवं गीताजंली मेडिकल कॉलेज के तत्वावधान में आयोजित स्तनपान सप्ताह के तहत तीसरे दिन आज गीताजंली मेडिकल कॉलेज परिसर में एक निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें 150 स्नातक छात्र, इन्टर्न, नर्सिंग छात्र व नर्सिंग स्टॉफ ने भाग लिया।
गीताजंली मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र सरीन ने कहा कि किसी भी नवजात को कालोस्ट्रोम से वंचित नहीं किया जाना चाहिये क्योंकि यह उसके लिए अमृततुल्य है और यह यह रोग-अवरोधक टीके के समान होता है। उन्होंने स्तनपान सप्ताह के दौरान आयोजित किये जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी दी और स्तनपान जागरूकता अभियान को सफल बनाने पर बल दिया।
मुख्य अतिथि गीतांजली मेडकील कॉलेज के सीईओ अंकित अग्रवाल ने कहा कि मातृ दुग्धपान बाल मृत्यु दर को कम करने में जहां सहायक सिद्ध होगा वहीं इससे कुपोषण को रोकने में भी सहायता मिलेगी।
अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ. एफएस मेहता ने आशा व्यक्त की कि ऐसे आयोजन से जनसाधारण तक मातृ दुग्धपान का संदेश जाएगा। बाल चिकित्सक डॉ. महेन्द्र जैन ने बताया कि विभिन्न माध्यम से मातृ दुग्धपान बढ़ाने के लिए इसकी उपयोगिता पर प्रकाश डाला। समारेाह के विशिष्ठ अतिथि रोटरी के पूर्व प्रान्तपाल निर्मल सिंघवी ने आशा व्यकत की कि अमृत तुल्यश मातृ दुग्धपान शिशुओं का सर्वांगिण विकास करने में सहायक सिद्ध होगा। रोटरी क्लब अध्यक्ष गजेन्द्र जोधावत ने मातृ दुग्धपान को प्रत्येक नवजात की पहली आवश्यकता बताया। इस अवसर पर सचिव सुभाष सिंघवी, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॅा. अरूण गुप्ता ने भी विचार व्यसक्तं किए। धन्यवाद डॉ. महेन्द्र जैन ने दिया।