‘‘राष्ट्रीय हथकरघा दिवस’’
उदयपुर। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से ‘‘राष्ट्रीय हथकरघा दिवस’’ पर शुक्रवार को कला परिसर शिल्पग्राम में आयोजित कार्यशाला में आये विशेषज्ञों ने शिल्पकारों से सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने तथा शिल्प उत्पादों की गुणवत्ता को बेहतर बनाने का आह्वान किया।
भारत सरकार द्वारा 7 अगस्त को ‘‘राष्ट्रीय हथकरघा दिवस’’ के रूप में मनाये जाने का निर्णय के क्रम में देश के पहले कला व शिल्प परिसर शिल्पग्राम के कला विहार में आयोजित कार्यशाला में विकास आयुक्त हस्तशिल्प के सहायक निदेशक अशोक कुमार मीणा ने शिल्पकारों को सरकार द्वारा चलाई जारही विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि शिल्पकार इन योजनाओं का लाभ उठा कर लाभान्वित हो सकते हैं। इस अवसर पर उन्होंने शिल्पकारों के लिये चलाई गई बीमा योजना कर जानकारी दी। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के निदेशक फुरक़ान ख़ान ने शिल्पकारों से शिल्प उत्पाद के बारे में जानकारी लोगों से शेयर करने की सलाह दी वहीं उन्होंने शिल्प उत्पाद में नवीनता लाने के साथ गुणवत्ता को बेहतर बनाने की आवश्यकता जतलाई। शिल्प उत्पादों के विपणन पर चर्चा करते हुए श्री खान ने कहा कि आज इंटरनेट क्रांति का लाभ उठाते हुए शिल्पकार खुद की वेबसाइट बना कर अपने उत्पाद की जानकारी वेबसाइट पर डाल कर विपणन में अभिवृद्धि कर सकते हैं।
इस अवसर पर एक्सपोर्ट प्रमोशन काउन्सिल फॉर हैण्डीक्राफ्ट के विपणन सहायक गोपाल शर्मा ने शिल्पकारों को अपने उत्पाद एक्सपोर्ट करने तथाउनका प्रचार विदेशों में करने की आवश्यकता बताते हुए काउन्सिल द्वारा सहायता प्रदान करने की बात कही। उन्होंने इसके लिये सदस्य बनने की प्रक्रिया पर चर्चा भी की। कार्यशाला में ही राष्ट्रीय कृषि ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के विपणन प्रतिनिधी विजेन्द्र सिंह ने बैंक द्वारा शिल्पकारों को दिये जाने वाले विभिन्न ऋणों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि शिल्पकार ऋणों के जरिये अपने व्यवसाय को समृद्ध बना सकते हैं। केन्द्र के कार्यक्रम अधिकारी तनेराज सिंह सोढ़ा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।