पेंशनर अपनी पेंशन में से कुछ राशि हॉस्पीटल में दान दें
उदयपुर। महाराणा भूपाल सार्वजनिक चिकित्सालय के अधीक्षक एंव न्यूरो सर्जन डॉ.तरूण गुप्ता ने कहा कि ह्दयघात होने पर खून को पतला करने में काम आने वाली डिस्प्रिन नामक दवा यदि अधिक मात्रा में ली जाए तो वहीं दवा ब्रेन हेमरेज की संभावना का करण भी बन सकती है।
वे आज महाराणा प्रताप वरिष्ठ नागरिक संस्थान द्वारा विज्ञान समिति में आयोजित वृद्धावस्था में होने वाली बीमारियंा विषयक वार्ता में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि ह्दय मेें जमें कोलेस्ट्रोल कम करने के ली जा रही दवा कभी-कभी ब्रेन के लिए नुकसानदायक साबित होती है। वह दवा ब्रेन के कोलेस्ट्रोल को भी कम कर देती है जो ब्रेन के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि उम्र के इस पड़ाव में जीवन को आनन्दमय बनाये। मधुमेह होने की स्थिति में मिठार्ठ भी खायें लेकिन दवा भी ले और मिठाई से शरीर में बनी कैलोरी को कम करने के लिए व्यायाम भी करें ताकि वह डायजेस्ट हो सकें।
डॉ.गुप्ता ने बताया कि वृद्धावस्था में मुख्यत: सिर दर्द, नींद न आना,हाथ, कमर, गर्दन दर्द की सर्वाधिक बीमारियंा होती है। इन बीमारियों को दूर करने के लिए योग भी करें लेकिन सीमित समय के लिए,अन्यथा वहीं योग शरीर के लिए अत्यधिक कष्टमय बन सकता है। 70 वर्ष की उम्र के बाद युवावस्था के दिन याद कर उन क्षणों का आनन्द लें। उन्होंने बताया कि प्रात:कालीन भ्रमण 6 बजें के बाद करें इससे पूर्व नहीं। यदि 5 बजे घूमते समय हेड इंजरी हुई तो इस उम्र में उसे कवर कर पाना बहुत मुश्किल होता है।
राज्य का सर्वश्रेष्ठ न्यूरो वार्ड है उदयपुर का-डॉ.गुप्ता ने बताया कि वर्ष 1994 में महाराणा भूपाल सार्वजनिक चिकित्सालय के न्यूरो वार्ड में किसी प्रकार की कोई सुविधा नहीं थी लेकिन दान-दाताओं के सहयोग से आज यह वार्ड राज्य के सरकारी अस्पतालों के सर्वश्रेष्ठ न्यूरों वार्डो में गिना जाता है। यहंा अत्याधुनिक प्रकार की मशीनें लगाई जा चुकी है जो मरीज के ईलाज में कारगर साबित हो रही है। इस वार्ड में एमसीएच जैसी सुपर स्पेशियलिटी की सुविधाएं प्रारम्भ हो गई है जो जयपुर के एसएमएस हॉसपीटल के बाद राज्य में दूसरे नम्बर है।
पेंशन से कुछ राशि – उम्र के इस पड़ाव में पेंशनर को राज्य सरकार से प्राप्त हो रही पेंशन राशि पेंशनर के लिए बहुत होती है लेकिन वे उस रिाश मे कुछ हिस्सा मंदिरों में तो दान कर देते है लेकिन जो हॉस्पीटल उनके सुविधाएं मुहैया करा रहा है उसके लिए कुछ नहीं देते है। उन्होंने पेंशनरों का आव्हान किया कि वे शहर के इस हॉस्पीटल को ओर अधिक सुविधा युक्त बनाने हेतु आगे आयें ओर अपनी पेंशन की राशि में कुछ राशि हॉस्पीटल के लिए भी दान दें ता कि वो किसी गरीब के लिए काम आ सकें। इससे पूर्व संस्थान के महासचिव भंवर सेठ ने संस्थान द्वारा पेंशनरों एंव वृद्ध लोगों के लिए किये जा रहे कार्यो के बारे में बताया। इस अवसर पर एनआरआई श्याम एस. लोढ़ा ने भी अपने विचार रखें। कार्यक्रम में केके त्रिपाठी, डॉ. बीएल वर्मा व खूशबू जैन ने देशभक्ति रचना प्रस्तुत कर सभी का मनोरंजन किया।