तेरापंथी सभा की अणुव्रत नैतिक गीत गायन स्पर्धा
उदयपुर। शासन श्री मुनि राकेश कुमार ने कहा कि बच्चों में स्वतः स्फूर्त प्रतिभा होती है। उन्हें उजागर कर आगे लाना चाहिए। गणाधिपति आचार्य तुलसी के दिए अणुव्रत अवदानों से बच्चों व षिक्षकों को अवगत कराने के लिए अणुव्रत नैतिक गीत गायन स्पर्धा सबसे अच्छा माध्यम है।
वे मंगलवार को श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के तत्वावधान में अणुव्रत चौक स्थित तेरापंथ भवन में शहर के विभिन्न विद्यालयों के बीच अणुव्रत नैतिक गीत गायन प्रतियोगिता के आयोजन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बच्चों सहित स्कूलों के अध्यापकों को अणुव्रत के नियम बताए और बच्चों को व्यसन से दूर रहने को कहा। प्रतियोगिता के विजेताओं को तेरापंथी सभाध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने पारितोषिक वितरित किए। निर्णायक मधुसूदन वैष्णव, बिन्दू वैष्णव एवं निषाद अहमद थे।
स्पर्धा की संयोजक प्रणिता तलेसरा ने बताया कि बच्चों के लिए जहां एकल व समूह गायन स्पर्धा दो वर्गों में हुई वहीं स्कूल अध्यापकों के लिए कहानी व नाटक प्रतियोगिता भी हुई। स्पर्धा में विजेताओं को पारितोषिक प्रदान किए गए। एकल गायन कनिष्ठ वर्ग में भव्य खोखावत, तरूण प्रेमनाथ एवं भूमिका सेन तथा वरिष्ठ वर्ग में हीरम भट्ट, निषाद किषोर पण्ड्या एवं हर्षित पुजारी क्रमषः प्रथम, द्वितीय व तृतीय रहे।
तेरापंथ महिला मंडल की रितु मारू ने बताया कि समूह गायन कनिष्ठ वर्ग में सेन्ट्रल पब्लिक स्कूल, महावीर एकेडमी एवं महावीर विद्या मंदिर से. 13 तथा वरिष्ठ वर्ग में इण्डो अमेरिकल पब्लिक स्कूल, महावीर विद्या मंदिर से. 13 तथा महावीर विद्या मंदिर गणेष घाटी क्रमषः प्रथम, द्वितीय व तृतीय रहे। आयोजन में नीता खोखावत, मंजू फत्तावत, मधु सुराणा, संगीता पोरवाल, चन्द्रप्रकाष पोरवाल, मंजू इंटोदिया, शषि कंठालिया, निर्मला दुग्गड़, आभा लोढ़ा ने भी सक्रिय सहयोग दिया। स्पर्धा में सेन्ट्रल पब्लिक स्कूल, इण्डो अमेरिकन स्कूल, महावीर विद्या मंदिर से. 13, अभिनव स्कूल, महावीर एकेडमी, महावीर विद्या मंदिर गणेषघाटी, जवाहर जैन षिक्षण संस्था, पार्ष्वनाथ विद्या मंदिर, दिगम्बर जैन स्कूल आदि के बच्चों ने भाग लिया।