राजसमंद को तीसरे व चौथे चरण से मिल सकेगा
उदयपुर। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री किरण माहेश्वरी ने कहा कि सरकार पेयजल प्रबंधन को सर्वोच्च प्राथमिकता देकर हर जिले को सतही जल योजनाओं से लाभान्वित करने के ठोस प्रयास कर रही है।
देवास परियोजना द्वितीय आकोदड़ा बांध स्थल पर लोकार्पण की तैयारियों के सिलसिले में मंगलवार को पहुंची माहेश्वरी ने कहा कि देवास प्रथम व द्वितीय चरण के पूरा हो जाने से इसका भरपूर लाभ मेवाड़ क्षेत्र के उदयपुर और चित्तौड़गढ़ जिले को पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि देवास के तृतीय व चतुर्थ चरण मे राजसमंद जिले की पेयजल समस्या का स्थाई हल निकाला जा सकेगा। इसकी डीपीआर वेपकॉस कंपनी के माध्यम से तैयार करवाई जा रही है जो करीब तीन माह की अवधि में प्राप्त हो जाएगी, इसके बाद सरकार वित्तीय प्रावधान करेंगी।
उन्होंने बताया कि नर्बदा का पानी जालौर, सांचोर होकर सिरोही जिले की जलापूर्ति की योजना भी प्रस्तावित है। महाराष्ट्र पैटर्न पर कार्य करते हुए राज्य में फोर वॉटर कान्सेप्ट के तहत ‘वाटर ऑथोरिटी‘ का गठन कर दिया गया है। इसके तहत नदियों को आपस में जोड़ते हुए उनके पानी का बेहतरीन प्रबंधन व उपयोग किया जा सकेगा। साथ ही फोर वाटर कान्सेप्ट से गांव का पानी गांव में की कल्पना भी साकार होगी।
राजस्थान के लिए 28 हजार करोड़ : माहेश्वरी ने बताया कि राजस्थान में 28 हजार करोड़ की 67 पेजयल योजनाएं चल रही है। साथ ही हर शहर-गांव को शुद्ध पेयजल की उपलब्धता के लिए उच्च जलाशय, पाइपलाइन, वाटर ट्रीटमेंट प्लान आदि पर भी गंभीरता से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उदयपुर जिले में भी 147 करोड़ के पेयजल कार्य प्रगति पर है। पेयजल कार्यों के सुदृढ़ीकरण के साथ ही उदयपुर को 24 घंटे के अंतराल में पेयजल आपूर्ति के प्रयास किये जा रहे हैं।
देवास से जुड़े गांवों को भी मिले पानी : पीएचईडी मंत्री ने ग्रामीणों से बातचीत में कहा कि क्षेत्र के 30 गांवों में पेयजल योजना के प्रस्ताव है। उन्होंने जलदाय विभाग के अधिकारियों को लम्बित योजनाओं पर गंभीरता से ध्यान देने एवं वंचित जनसंख्या को पेयजल उपलब्धता के नवीन प्रस्ताव शीघ्र बनाने के निर्देश दिए। मौके पर ही ग्रामीण क्षेत्रों से आए जनप्रतिनिधि, समाजसेवी ने समस्याओं से मंत्री को अवगत कराया। इस मौके पर जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता एसएल सालवी, अधीक्षण अभियंता डीके गौड़, अधिशासी अभियंता नरेश बैरवा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।