राजस्थान विद्यापीठ – 79वें स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर विद्यार्थियों ने बिखेरे प्रतिभा के रंग
उदयपुर। जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ के संघटक कुंभा कला केन्द्र संगीत महाविद्यालय की ओर से विद्यापीठ के 79वें स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर उदयपुर स्कूल ऑफ सोशल वर्क के सभागार में सांस्कृतिक संध्या हुई।
संस्थापक मनीषी पं. जनुभाई द्वारा रचित संस्था गीत की सीडी विमोचन पर मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत ने कहा कि 1937 में जनुभाई द्वारा स्थापित विद्यापीठ आज विश्वविद्यालय के रूप में अपना वट वृक्ष के रूप में खडी है। उन्होने कहा कि आज विद्यापीठ विश्वविद्यालय की देश ही नहीं विदेशों में भी अपनी एक अलग ही पहचान लिए हुए है।
अध्यक्षता कुल प्रमुख भंवरलाल गुर्जर, विशिष्ठ अतिथि रजिस्ट्रार प्रो. सीपी अग्रवाल, सहायक रजिस्ट्रार डॉ. हेमशंकर दाधीच, कुंभा कला केन्द्र के निदेशक बालकृष्ण शुक्ला ने भी अपने विचार व्यक्त किए। संचालन विनोद कुमार राठौड़ ने किया जबकि धन्यवाद डॉ. मंजू मांडोत ने दिया।
युवाओं ने बिखेरे प्रतिभा के रंग : निदेशक बाल कृष्ण शुक्ला ने बताया कि समारोह में कुंभा कला केन्द्र के युवा छात्र छात्राओं ने पीली लुगडी का, म्हारी घुमर छे, कालियों कुद पड्यो मेला में, मोरनी बागा में नाचे, पंजाबी तथा राजस्थानी रिमिक्स पर जमकर थिरके। युगत गीत, समुह नृत्य, शास्त्रीय गायन, कत्थक नृत्य, एकल गान सहित अनेक प्रस्तुतियों पर दर्शकों को झुमने पर मजबूर कर दिया।