श्रावण पूर्णिमा का चांद के अंग्रेजी संस्करण का विमोचन
उदयपुर। हिरणमगरी सेक्टर 4 स्थित आराधना भवन में श्रावण पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर श्रावण पूनम का चांद शीर्षक की पूजनीय आचार्य भगवंत श्रीमद् विजय सोमचंद्र सूरि मसा के जीवन को प्रस्तुत करती पुस्तिका के अंग्रेजी सस्ंकरण का विमोचन गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया एवं महापौर चन्द्रसिंह कोठारी ने किया।
इस अवसर पर कटारिया ने कहा कि गुरू के बिना जीवन अंधकारमय होता है। गुरू अपने जीवन में एक पावर हाऊस के समान होता है। इससे जुड़े रहेंगे तो आत्मा में पावर सप्लाई होता रहेगा और गुरू से नहीं जुड़ेंगे तो जीवन में अंधकार छाया रहेगा।
श्रीमद विजय सोमसुंदर सूरि जी मसा ने कहा कि ध्यान करना हो तो गुरू का कीजिये और साधना करनी हो तो गुरू के चरणों की कीजिये क्योंकि उनके आशीर्वाद से ही जीवन सफलता के पायदान पर आगे बढ़ेगा। मुनि पुण्य सुन्दर विजय महाराज अपने दादा गुरू के गुणों की व्याख्या की एवं दादा गुरू के जन्म से लेकर दीक्षा अंगीकार करने तक के जीवन को का शब्दों के जरिये सुन्दर चित्रण किया।
श्रावक के गुणों की महत्ता समझाते हुए कहा कि धर्म, समाज, राज्य के विरुद्ध कार्य करने से जो सावधान रहता है, वही आत्मा लोक व्यवहार में धर्म करने का अधिकारी है अन्यथा वह निंदा का पात्र बनता है। इससे पूर्व अतिथियों का उपरणा ओढ़ाकर श्री जैन श्वेतामबर मूर्ति पूजक संघ जिनालय के अध्यक्ष अध्यक्ष सुशील बांठिया ने स्वागत किया।